- डॉ. दिनेश प्रसाद श्रीवास्तव की पुण्यतिथि पर किया गया पठन सामग्री वितरण
लखनऊ। स्वर्गीय डॉ. दिनेश प्रसाद श्रीवास्तव की पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी पत्नी श्रीमती कनकलता श्रीवास्तव ने गरीब और असहाय बच्चों के शिक्षार्थ एक पहल की।
उन्होंने ‘रूबरू एक्सप्रेस सामाजिक सेवार्थ संस्था’ के माध्यम से असंगठित क्षेत्र के बच्चों को पठन-पाठन सामग्री भेंट की। लखनऊ के एक छोटे से आयोजन में इन बच्चों को कॉपी, पेंसिल, रबड़ और सूक्ष्म जलपान प्रदान किया गया।
इस अवसर पर श्रीमती कनकलता ने संस्था की संस्थापक श्रीमती कल्पना वार्ष्णेय से संस्था की प्रेरणा और उद्देश्य के बारे में जानकारी ली। कल्पना वार्ष्णेय ने बताया कि जब उन्होंने असंगठित क्षेत्र के बच्चों को दुकानों पर काम करते, बर्तन साफ करते या लालच भरी निगाहों से मिठाई-दुकानों के बाहर खड़े देखा, तो उनके मन में पीड़ा हुई और उसी क्षण से उन्होंने ऐसे बच्चों की मदद करने का संकल्प लिया।
इस विचार को उन्होंने अपने पति मुकेश वार्ष्णेय (पेशे से बैंकर) से साझा किया, जिन्होंने इस पर सहमति जताई और सुझाव दिया कि इन बच्चों को शिक्षा की सबसे अधिक आवश्यकता है। इसके बाद कल्पना वार्ष्णेय ने आसपास की महिलाओं को साथ लेकर सितंबर 2017 में जानकीपुरम, लखनऊ के उमा वाटिका परिसर में ‘रूबरू’ संस्था की नींव रखी।

क्या है असंगठित क्षेत्र?
असंगठित क्षेत्र उन आर्थिक गतिविधियों से जुड़ा है जो पंजीकृत नहीं होतीं और जिनमें कार्यरत लोगों को न वेतन स्थिर होता है, न रोजगार सुरक्षित। रेहड़ी-पटरी विक्रेता, घरेलू कामगार, ठेका श्रमिक, सीमांत कृषक जैसे लोग इस क्षेत्र में आते हैं। यहाँ काम करने वालों को न कानूनी संरक्षण मिलता है, न सामाजिक सुरक्षा।
संस्था का समर्पित संचालन मंडल
‘रूबरू’ संस्था का संचालन पूरी तरह निःस्वार्थ भाव से किया जा रहा है। संस्था की संस्थापक श्रीमती कल्पना वार्ष्णेय के साथ वरिष्ठ संरक्षक राजीव वार्ष्णेय, सचिव ममता गुप्ता, रीना रॉय और उपमा दीक्षित जैसे समर्पित सदस्य शामिल हैं।
संस्था द्वारा चयनित बच्चों की प्रगति अत्यंत प्रशंसनीय है और यह संस्था आज लखनऊ में सामाजिक सेवा का एक प्रेरणादायक उदाहरण बनकर उभरी है।
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