जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली/ ईरान और इजरायल के बीच जारी जंग में अब पाकिस्तान की संदिग्ध भूमिका पर सवाल खड़े हो गए हैं। ईरानी मीडिया और सुरक्षा सूत्रों का दावा है कि 13 जून को मारे गए ईरानी टॉप कमांडर मोहम्मद हुसैन बकरी की हत्या में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर का हाथ हो सकता है। दावा है कि उन्होंने ही बकरी की लोकेशन अमेरिका और इजरायल के साथ साझा की थी।
ईरान-इजरायल संघर्ष के बीच पाकिस्तान का दोहरा रवैया?
एक तरफ पाकिस्तान लगातार इजरायल के खिलाफ बयान देकर ईरान का समर्थन करने का दिखावा कर रहा है, दूसरी ओर ईरानी सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि पाकिस्तान डबल गेम खेल रहा है। वह एक तरफ ईरान को समर्थन का भरोसा दे रहा है, और दूसरी तरफ अमेरिका और इजरायल को खुफिया जानकारी देकर उनके ऑपरेशन को सफल बना रहा है।
स्मार्टवॉच बना मौत का कारण?
ईरानी मीडिया के अनुसार, मई के आखिरी हफ्ते में आसिम मुनीर ने मोहम्मद हुसैन बकरी से मुलाकात की थी और उन्हें एक स्मार्टवॉच गिफ्ट की थी। दावा किया गया है कि इस घड़ी में जीपीएस ट्रैकर था, जिसके ज़रिए बकरी की लाइव लोकेशन ट्रैक की जा रही थी। यही लोकेशन इजरायली सेना तक पहुंचाई गई, जिससे वह 13 जून को बकरी पर सटीक हमला करने में कामयाब रही।इस हमले में कमांडर बकरी के साथ दो डिप्टी कमांडर भी मारे गए थे।
ट्रंप से सीक्रेट मुलाकात?
सूत्रों का यह भी दावा है कि कमांडर से मुलाकात के कुछ ही दिनों बाद आसिम मुनीर ने गुपचुप तरीके से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
संघर्ष में अब तक 400+ मौतें
ईरानी स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इजरायल के हमलों में अब तक 400 से अधिक लोग मारे गए हैं और 3,500 से ज्यादा घायल हुए हैं। इन हमलों में ईरान के कई परमाणु वैज्ञानिक और शीर्ष सैन्य अधिकारी मारे जा चुके हैं।
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नेतन्याहू की चेतावनी
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बयान जारी करते हुए कहा था कि ईरान तेजी से परमाणु हथियार और बैलिस्टिक मिसाइल बना रहा है। उन्होंने कहा कि अगले तीन वर्षों में ईरान 10,000 बैलिस्टिक मिसाइल तैयार कर लेगा। “अगर इन मिसाइलों का निशाना छोटा सा इजरायल बन गया तो क्या होगा?” नेतन्याहू ने यह सवाल उठाकर दुनिया को चेताया।