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लुधियाना ब्लास्ट का मास्टरमाइंड जर्मनी में गिरफ्तार, कई और शहर थे निशाने पर

जुबिली न्यूज डेस्क

हाल ही में लुधियाना कोर्ट में हुए धमाके का मास्टर माइंड जर्मनी में गिरफ्तार हो गया है। सिख फॉर जस्टिस यानी एसएफजे के एक गुर्गे जसविंदर सिंह मुल्तानी को जर्मनी में गिरफ्तार किये जाने के बाद कई अहम खुलासे हुए हैं।

जसविंदर की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ है कि इन लोगों के निशाने पर कई और शहर थे। इतना ही नहीं पंजाब में अभी और ब्लास्ट और आतंकी साजिश को अंजाम देने की साजिश रची गई थी।

्रसूत्रों ने सीएनएन-न्यूज 18 को बताया है कि जर्मनी की पुलिस ने सिख फॉर जस्टिस के एक कार्यकर्ता जसविंदर सिंह मुल्तानी को गिरफ्तार किया है।

बताया जा रहा है कि जसङ्क्षवदर ने पंजाब में अभी और ब्लास्ट कराने और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की गहरी साजिश रची थी।

जसविंदर को खालिस्तानी आतंकवादी बताया जा रहा है। वो फिल्म एरफर्ट में रह रहा था। मुल्तानी एसएफजे से जुड़ा हुआ है और संगठन अलगावादी एक्टिविटी में काफी सक्रिय माना जाता है।

कैसा संगठन है सिख फॉर जस्टिस

बताते चलें कि सिख फॉर जस्टिस को लेकर कहा जाता है कि साल 2007 में इस संगठन की नींव पड़ी थी। यह यूएस-आधारित एक संगठन है।

यह संगठन सिखों के लिए अलग पंजाब की मांग करता आया है। 2019 में भारत सरकार ने इसे गैर-कानूनी गतिविधि एक्ट के तहत प्रतिबंधित कर दिया था। इस संगठन पर पंजाब में हिंसा और आतंकवाद फैलाने का आरोप है।

कैसे आया चर्चा में मुल्तानी?

जसविंदर सिंह मुल्तानी के बारे में कहा जा रहा है कि उसने पंजाब में हैंड ग्रेनेड, विस्फोटक और हथियारों की एक बड़ी खेप पंजाब के भीतर पहुंचाई। इसके बाद वो अचानक सुर्खियों में आ गया था।

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बताया जाता है कि उसने इस काम में पाकिस्तान के कुछ हथियार तस्करों की मदद ली और फिर पंजाब के विभिन्न हिस्सों में यह गैर-कानूनी सामान पहुंचाए।

हाल ही में मिली कुछ गुप्त सूचनाओं के अनुसार मुल्तानी अपने पाकिस्तानी सहयोगियों के जरिए और भी विस्फोटक पंजाब में भेजने की तैयारी में था ताकि वहां दहशत फैलाया जा सके।

मुल्तानी अपने खालिस्तानी आकाओं मसलन- हरदीप सिंह निज्जर, परमजीत सिंह पामा, साबी सिंह, कुलवंत सिंह मोथाडा और अन्य लोगों का काफी करीबी भी है।

एसएफजे के ठिकाने पर छापेमारी

ब्रिटेन पुलिस ने पिछले महीने एसएफजे के ऑफिस पर छापेमारी की थी। यहां से कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और कागजात पुलिस अपने साथ ले गई थी। नवंबर के महीने में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कनाडा की सरकार से आग्रह किया था कि वो सिख फॉर जस्टिस को आतंकवादी संगठन घोषित करे।

इसके अलावा सितंबर के महीने में पंजाब पुलिस ने एसएफजे मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए इसके तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया था।

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