जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. सीबीएसई बोर्ड की 10 वीं की परीक्षा में अंग्रेज़ी के प्रश्नपत्र में महिलाओं के सम्बन्ध में अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किये जाने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संसद में सवाल उठाते हुए इस तरह की चीज़ों को न सिर्फ कोर्स से हटाने बल्कि इसके लिए माफी मांगने को भी कहा. इसी मुद्दे को सांसद राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ट्वीटर के ज़रिये पहले ही उठा चुके हैं.
दरअसल सीबीएसई बोर्ड द्वारा आयोजित 10 वीं की परीक्षा में जो प्रश्नपत्र आया है उसमें लिखा है कि महिलाओं की मुक्ति ने बच्चो पर माता-पिता के अधिकार को समाप्त कर दिया है. इसमें आगे लिखा है कि एक माँ अपने से छोटों का सम्मान तभी हासिल कर सकती है जबकि वह अपने पति के तौर तरीकों को स्वीकार करे.

10वीं की परीक्षा में महिलाओं के सम्बन्ध में इस अपमानजनक भाषा के इस्तेमाल वाले अंश सोशल मीडिया पर वायरल हो गए और लोग ट्वीटर के ज़रिये सीबीएसई पर निशाना साधने लगे. हैशटैग सीबीएसई इनस्ल्ट्स वूमेन के समर्थन में बड़ी संख्या में लोग एकजुट हो गए.
राहुल गांधी ने इन विवादित गद्यांशों को लेकर सीबीएसई पर तो निशाना साधा लेकिन साथ ही इसे आरएसएस और बीजेपी की साजिश बताते हुए कहा कि यह युवाओं की नैतिक ताकत को कुचलने की कोशिश है. यह युवाओं का भविष्य खराब करने की पहल है. राहुल ने कहा कि अंग्रेज़ी के प्रश्नपत्रों में ज़्यादातर बहुत कठिन हैं और उनके गद्यांश काफी आपत्तिजनक हैं.
प्रियंका गांधी ने इस प्रश्नपत्र पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि यह अविश्वसनीय है. क्या हम बच्चो को ऐसा निरर्थक ज्ञान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीबीएसई पाठ्यक्रम में महिलाओं को लेकर बीजेपी की सोच नज़र आ रही है.
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