जुबिली न्यूज डेस्क
लखीमपुर खीरी हिंसा मामला तूल पकड़ता जा रहा है। भले ही योगी सरकार नाराज किसानों को मनाने में कामयाब हो गई हो लेकिन विपक्षी दलों का हमला जारी है।
योगी सरकार ने कोशिश में लगी हुई है कि इस मामले को ज्यादा हवा ना मिले। इसके लिए उसने विपक्षी नेताओं को मौके पर जाने से रोक दिया है। सरकार ने इसके लिए कानून-व्यवस्था बिगडऩे का हावाला दिया गया।

वहीं इस मामले में अब केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी ने कहा है कि अगर लखीमपुर हिंसा के समय उनके बेटे आशीष की मौजूदगी का एक भी सबूत मिलता है तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।
इंडिया टुडे की खबर के अनुसार टेनी ने कहा, ‘लखीमपुर हिंसा के दौरान घटनास्थल पर मेरे बेटे की मौजूद होने का एक भी सबूत मिलता है तो मै अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे दूंगा।’
मालूम हो कि रविवार को लखीमपुर खीरी में किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें से चार किसान थे। किसान संगठनों का आरोप है कि जिस गाड़ी से किसानों को कुचला गया वह केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष चला रहे थे।
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किसानों में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के तिकुनिया दौरे के वक्त प्रदर्शन किया था। तिकुनिया अजय मिश्रा का भी पैतृत गांव है। वहीं, अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष का दावा कि प्रदर्शनकारियों ने उनके काफिले पर हमला किया और ड्राइवर के अलावा तीन अन्य को मारा, जिनमें बीजेपी कार्यकर्ता भी थे। इस मामले में आशीष मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।
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