जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सोशल मीडिया सेल में तैनात पार्थ श्रीवास्तव के आत्महत्या करने के मामले में शनिवार को इंदिरा नगर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक पिता की तहरीर के बाद मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार इस मामले में पिता की तहरीर पर सोशल मीडिया सेल में तैनात वरिष्ठ कर्मचारी पुष्पेंद्र सिंह व शैलजा पर प्रताड़ित करने व खुदकुशी के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया गया है।
बता दें कि मुख्यमंत्री के सोशल मीडिया शाखा में तैनात वैशाली एनक्लेव इंदिरानगर निवासी पार्थ श्रीवास्तव ने बुधवार को आत्महत्या कर ली थी। हालांकि मामला अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है।

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दरअसल पार्थ ने दो पन्ने का सुसाइड नोट लिखकर ट्वीट किया था। नोट में उसने साथ में काम करने वाले पुष्पेंद्र सिंह और शैलजा पर प्रताडऩा का आरोप लगाया था और इन्हें अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है।
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मामला तब और बढ़ गया था जब पार्थ का ट्वीट रहस्यमय हालात में डिलीट भी हो गया। बता दें कि पार्थ ने सुसाइड नोट ट्वीट कर सूचना निदेशक शिशिर सिंह को टैग किया था। इसके बाद मामला लगातार बढ़ता जा रहा था।
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इससे पहले पुलिस ने इस मामले में कहा था कि शुक्रवार तक कोई तहरीर सामने नहीं आई। इस वजह से केस दर्ज नहीं किया गया था लेकिन अब शनिवार को मामले में तब नया मोड़ आ गया जब पार्थ के पिता रवीन्द्र नाथ श्रीवास्तव ने रिश्तेदारों के साथ थाने आकर तहरीर दी।
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