स्पेशल डेस्क
कोरोना वायरस की वजह से खेल जगत में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है। ओलम्पिक से लेकर क्रिकेट तक बंद है। इस वजह से खिलाड़ी अपने घरों में कैद है। कोरोना ने खिलाडिय़ों को आर्थिक स्तर से भी कमजोर किया है। हालांकि घरेलू क्रिकेट और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर को कम नुकसान होगा लेकिन जो खिलाड़ी लीग खेलकर अपनी जीविका चलाते हैं, उन्हें अब मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
कोरोना की वजह से घरेलू लीग भी बंद है, ऐसे में मुंबई के अंडर-23 क्रिकेटर सलमान खान को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। आलम तो यह है कि उनका परिवार टेंट में रहने पर मजबूर है। सलमान खान मुम्बई के क्रोस मैदान के पास टेंट में रहते हैं।
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उनके पिता ग्राउंड्स मैन है और वो क्लब मैच और कैंप के सहारे पैसा कमाते थे लेकिन कोरोना की वजह से सब बंद है और उनके पास कोई काम नहीं है। सलमान खान ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में कहा कि वो मुम्बई प्रीमियर लीग का हिस्सा है और आकाश टाइटर की ओर से अपना दम-खम दिखाते थे लेकिन कोरोना की वजह से सबकुछ खत्म हो गया है।
उन्होंने बताया कि उन्हें एक लाख रुपए मिलने थे। उन्हें लगा था कि पैसा मिला तो किराए का घर लेकर वहां रहने चले जाएगे लेकिन अब ऐसा मुमकिन नहीं है। अगर एमपीएल होता तो मैं अपने परिवार के साथ किराए के घर में रहने चले जाता लेकिन इस बीमारी ने सब तबाह कर दिया। मेरे पास कोई नौकरी नहीं और मेरे बचाए हुए पैसे भी खत्म हो रहे हैं।
बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से मुम्बई में पूरी तरह से क्रिकेट बंद है और सभी लोग घर पर है। इस वजह से मुम्बई क्रिकेट से लेकर सौराष्टï्र क्रिकेट प्रभावित है। कोरोना की वजह तीन राज्यों में होने वाली स्टेट क्रिकेट लीग भी शायद नहीं होगी। इस वजह से लोकल खिलाडिय़ों को अभी और परेशानी उठानी पड़ सकती है।
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उधर सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव हिमांशु ने बताया कि अगर घरेलू क्रिकेट नहीं हुआ तो काफी मुश्किलों को सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि स्थानीय टी 20 लीग खिलाडिय़ों को 75,000 से 5 लाख रुपये तक कमाने में मदद करते हैं जबकि मार्की खिलाड़ी 6-7 लाख रुपये के बीच कमाते हैं। कुल मिलाकर कोरोना की वजह से हर क्षेत्र में भारी नुकसान देखने को मिल रहा है।
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