
जुबिली न्यूज़ डेस्क
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी बुधवार को झारखंड के पाकुर में चुनावी रैली को संबोधित किया। रैली को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने इस दौरान उत्तर प्रदेश के ‘सोनभद्र नरसंहार’ का जिक्र करते हुए बीजेपी को आदिवासियों का विरोधी साबित करने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि, उत्तर प्रदेश में सोनभद्र जिले में आपके आदिवासी भाई-बहन रहते हैं। वहां पर निर्मम हत्या की गई। बहुत लोगों को मारा गया। इसी जमीन को लेने के लिए। यूपी की सरकार ने एक शब्द नहीं कहा। वहां जाने से मुझे रोका गया। फिर भी जब तक मैं उन पीड़ित परिवारों से मिली नहीं, पीछे नहीं हटी।
प्रियंका गांधी ने कहा कि आपके जल-जंगल-जमीन के संघर्ष में इंदिरा गांधी जी हमेशा आपके साथ रही। इन पर आपका अधिकार बरकरार रखने के लिए काम किया। लेकिन, भाजपा सरकार अमीरों-दोस्तों के लिए आपकी जमीन छीन रही है।
मिट्टी और मां का चुनाव
उन्होंने कहा कि ये चुनाव आपकी मिट्टी और मां का चुनाव है। आपकी आत्मा का चुनाव है। जब से बीजेपी की सरकार आपके प्रदेश में आई आपकी आत्मा पर हमला किया गया है। आपके आदिवासियों पर हमला किया गया है। आपकी आदिवासी संस्कृति पर ये वार करते हैं। जो कानून आपकी संस्कृति को बचाने के लिए बनाए गए उन कानून को तोड़ने के लिए बीजेपी ने पूरी कोशिश की। भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रचार में सुपर हीरो है लेकिन काम में सुपर जीरो है।
आदिवासियों के लिए संघर्ष करना कांग्रेस की आत्मा में है। आपकी संस्कृति को बचाए रखना कांग्रेस के कण-कण में है। जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है, तब से झारखंड की आत्मा और आदिवासियों पर हमला किया गया है। जंगल के हजारों रंग होते हैं, लेकिन भाजपा की विचारधारा इन रंगों के प्रति अंधी है। सच ये है कि भाजपा ने 12 लाख गरीब परिवारों का राशन कार्ड रद्द किया है। कांग्रेस सरकार में 35 किलो चावल मिलता था, आज भाजपा के राज में 5 किलो मिल रहा है।
बीजेपी से असंतुष्ट हैं आदिवासी
बता दें कि राज्य में आदिवासी वोट बैंक सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। इसीलिए कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टी आदिवासियों का समर्थन लेने की कवायद में जुटे हुए हैं। हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि आदिवासी समुदाय के लोग बीजेपी द्वारा गैर आदिवासी रघुवरदास को सीएम उम्मीदवार बनाए जाने से नाराज चल रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी की रैलियों में रघुबरदास की बजाय करिया मुंडा को ज्यादा तबज्जो दी जा रही है ताकि आदिवासियों का समर्थन मिल सके। वहीं प्रियंका गांधी ने आदिवासियों को बीजेपी के खिलाफ भड़काने के लिए बड़ी चतुराई से सोनभद्र नरसंहार का जिक्र करते हुए दांव खेल दिया है।
क्या है सोनभद्र नरसंहार

बता दें कि सोनभद्र के उभ्भा गांव में जमीन पर कब्जे को लेकर 11 आदिवासियों को दिन दहाड़े मौत की घटना से पूरा सूबा दहल गया था। 17 जुलाई को 32 ट्रैक्टर-ट्रालियों में भरकर प्रधान समेत 300 लोग ज़मीन पर कब्ज़ा करने पहुंचे थे, और नरसंहार में 10 लोगों की मौत हुई थी, और 23 लोग ज़ख्मी हुए थे। सोनभद्र में हुए नरसंहार के समय वहां जाकर प्रियंका ने योगी सरकार को घेरा था, साथ ही उसके बाद पीड़ित परिवारों को कांग्रेस द्वारा आर्थिक मदद दी गई थी। इसके आलावा प्रियंका गांधी ने सोनभद्र नरसंहार के पीड़ित को जिला अध्यक्ष भी नियुक्त किया।
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