Sunday - 7 January 2024 - 1:15 AM

छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमला, 17 जवान शहीद

न्यूज डेस्क

छत्तीगढ़ के सुकमा में जवानों पर नक्सलियों ने बड़ा हमला किया है जिसें 17 जवान शहीद हो गए जबकि 14 घायल हैं। कल यानी शनिवारको हुई मुठभेड़ के बाद ये जवान लापता हो गए थे जिनकी शिद्दत के साथ खोजबीन जारी थी।

डीआरजी-एसटीएफ के जवानों को पहली बार इतना बड़ा नुकसान हुआ है। शनिवार को हुए इस नक्सली मुठभेड़ में 17 जवानों के शहीद होने की खबर है। शहीद होने वाले जवानों में एसटीएफ और डीआरजी के जवान शामिल हैं।

इस नक्सली हमले में 14 जवान घायल हैं जिन्हें हेलिकॉप्टर की मदद से रायपुर रेफर किया गया है।

ये भी पढ़े :   31 मार्च तक के लिए सभी पैसेंजर ट्रेने कैंसल

बस्तर के इतिहास में पहली बार डीआरजी यानी कि डिस्ट्रिक रिजर्व गार्ड के जवानों को इतना बड़ा नुकसान हुआ है। शहीद हुए 17 जवानों में से 12 जवान डीआरजी के हैं। डीआरजी स्थानीय युवकों द्वारा बनाया गया सुरक्षा बलों का एक दल है, जो कि नक्सलियों के खिलाफ सबसे अधिक प्रभावी रहा है। नक्सलियों ने जवानों के 15 हथियार भी लूट लिए, जिनमें AK-47, इंसास, , LMG और UBGL जैसे हथियार हैं।

पुलिस और नक्सलियों के बीच खूनी संघर्ष की यह घटना शनिवार ढाई बजे सामने आई। घटना कोराजगुड़ा के चिंतागुफा इलाके की है जहां सशस्त्र बल और पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई शुरू की।

ये भी पढ़े :  क्या ताली बजाने से कोरोना का संक्रमण नष्ट होता है?

इस ऑपरेशन में पुलिस की डिस्ट्रिक रिजर्व गार्ड (डीआरजी), स्पेशल टास्क फोर्स और कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रिजोल्यूट एक्शन) बटालियन ने एक साथ मोर्चा संभाला। संयुक्त टीम को एल्मागुंडा के नजदीक नक्सलियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इस खुफिया जानकारी के आधार पर संयुक्त टीम ने अपने चिंतागुफा, बुर्कापाल और टिमेलवाडा कैंप से नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू की।

जैसे ही पुलिस की संयुक्त टीम एल्मागुंडा के नजदीक कोराजगुड़ा पहाडिय़ों में पहुंची नक्सलियों ने इस टीम पर तुरंत हमला बोल दिया। एल्मागुंडा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 450 किमी दूरी पर स्थित है।

संयुक्त टीम के अधिकारी ने कहा, ग्राउंड इनपुट के आधार पर ऐसी संभावना जताई जा रही है कि कम से कम 5 नक्सली मारे गए हैं और इतनी ही संख्या में घायल भी हैं। सशस्त्र बल ने भी नक्सलियों का मुंहतोड़ जवाब दिया और उन्हें पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। शुरू में हालांकि 13 जवानों से संपर्क नहीं हो पाया था जो इस कार्रवाई में शामिल थे। तकरीबन 150 सुरक्षा अधिकारी उनकी तलाश में जंगलों में लगाए गए थे। बाद में शहीद जवानों के शव बरामद किए गए।

ये भी पढ़े :  शाहीन बाग में फेंका गया पेट्रोल बम, धरने पर सिर्फ पांच महिलाएं

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com