जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच जंग और तेज हो गई। रूस पीछे हटने को तैयार नहीं है जबकि यूक्रेन अपनी जमीन को छोडऩा नहीं चाहता है। इसका नतीजा यह रहा कि दोनों के बीच अब तक कोई सुलह या फिर समझौता नहीं हो सका है।
उधर रूस की बमबारी और तेज हो गई है। रूस के इस खौफनाक कदम से दुनिया कई देश उससे खफा नजर आ रहा है। हालांकि कुछ देश ऐसे है जो न तो रूस की तरफ और न ही यूक्रेन की तरफ है लेकिन रूस के साथ चार ऐसे देश है जो उसका कदम-कदम पर साथ दे रहे हैं।
वही यूक्रेन के साथ अमेरिका कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। इतना ही नहीं उसको हथियार से अमेरिका मदद दे रहा है। जिसकी वजह से रूस का गुस्सा लगातार बढ़ रहा है। दूसरी ओर रूस के आक्रमण के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा में अमेरिका पहुंचे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की का एक नायक की तरह स्वागत किया गया।

संयुक्त राज्य अमेरिका ने यूक्रेन के लिए पहले से बजटीय निधि से $1.85 बिलियन का एलान किया है। इसमें पहली बार उन्नत पैट्रियाट डिफेंस सिस्टम शामिल है, जो क्रूज मिसाइलों और कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराने में सक्षम है। ज़ेलेंस्की ने पैट्रियाट सिस्टम देने के लिए अमेरिका की सराहना की।
बाइडेन ने ज़ेलेंस्की के कंधे पर स्नेह से अपना हाथ रखा. बाइडेन ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ज़ेलेंस्की से कहा, “आप कभी अकेले नहीं खड़े होंगे।
अमेरिकी लोग हर कदम पर आपके साथ हैं और हम आपके साथ रहेंगे. जब तक यह चलेगा. अमेरिकी अंदर से समझते हैं कि यूक्रेन की लड़ाई एक बड़ी लड़ाई का हिस्सा है। मुझे कोई संदेह नहीं है कि हम स्वतंत्रता की लौ को उज्ज्वल बनाए रखेंगे और प्रकाश बना रहेगा और अंधेरे पर विजय प्राप्त करेगा।
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