जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक नया इतिहास रच दिया है। वे अब उत्तर प्रदेश के इतिहास में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नेता बन गए हैं। उन्होंने गोविंद बल्लभ पंत के 8 साल 127 दिन के कार्यकाल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। योगी ने यह उपलब्धि 8 साल 4 महीने और 10 दिन यानी लगभग 3,060 दिनों तक मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए हासिल की।
पहली बार 2017 में संभाली थी मुख्यमंत्री की कमान
योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च 2017 को यूपी के 21वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। तब से लेकर अब तक वह लगातार इस पद पर बने हुए हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने दोबारा सत्ता में वापसी की और उत्तर प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बन गए जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
कौन हैं योगी आदित्यनाथ?
योगी आदित्यनाथ का असली नाम अजय मोहन सिंह बिष्ट है। उनका जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में हुआ था। वे एक आध्यात्मिक गुरु भी हैं और गोरखनाथ मंदिर के महंत के रूप में कार्यरत हैं। 2014 में अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ के निधन के बाद उन्होंने यह पद संभाला।
26 साल की उम्र में बने थे सांसद
योगी ने राजनीति में कदम बेहद कम उम्र में रखा। 1998 में महज 26 साल की उम्र में गोरखपुर से लोकसभा सांसद बने और लगातार पांच बार सांसद चुने गए। वे देश के सबसे युवा सांसदों में गिने जाते हैं। उनकी पहचान एक कठोर प्रशासक, कट्टर राष्ट्रवादी और प्रभावशाली जननेता के रूप में रही है।
सीएम के रूप में कैसा रहा सफर?
योगी आदित्यनाथ का मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल कई उपलब्धियों और विवादों से भरा रहा है।
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उन्होंने कानून व्यवस्था, बुनियादी ढांचे, धार्मिक पर्यटन और सांस्कृतिक पुनर्जागरण को प्राथमिकता दी।
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राम मंदिर निर्माण, कांवड़ यात्रा प्रबंधन, और संप्रदायिक हिंसा पर सख्ती जैसे कदमों ने उन्हें हिंदू वोटबैंक में काफी लोकप्रिय बनाया।
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वहीं, विरोधियों ने उन्हें ध्रुवीकरण की राजनीति और संवेदनशील मुद्दों पर कड़ी भाषा के लिए निशाने पर लिया।
क्या 2027 में भी बन पाएंगे सीएम?
अब जबकि योगी आदित्यनाथ 2027 के चुनाव की ओर बढ़ रहे हैं, भाजपा और जनता की निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या वे तीसरी बार भी सत्ता में वापसी कर हैट्रिक बना पाएंगे। मौजूदा समय में वे बीजेपी के सबसे भरोसेमंद और लोकप्रिय चेहरों में से एक माने जाते हैं, खासकर उत्तर भारत में।
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योगी आदित्यनाथ ने न सिर्फ उत्तर प्रदेश की राजनीति में स्थायित्व लाया है, बल्कि एक साधु से मुख्यमंत्री तक का अद्वितीय सफर तय किया है। अब जब उन्होंने सबसे लंबे समय तक सीएम रहने वाले नेता का रिकॉर्ड बना लिया है, तो सवाल यह है कि क्या वे 2027 में भी जनता का भरोसा जीत पाएंगे?