- लगातार दूसरी अहम कांग्रेस बैठक से गायब रहे शशि थरूर
- राजनीतिक गलियारों में उठे सवाल क्या पार्टी हाईकमान से बढ़ रही दूरी?
जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर दो हफ्तों के भीतर पार्टी की दो महत्वपूर्ण बैठकों से नदारद रहे हैं। इससे राजनीतिक हलकों में यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि क्या थरूर कांग्रेस आलाकमान से दूरी बना रहे हैं।
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रविवार शाम सोनिया गांधी के आवास पर संसद के शीतकालीन सत्र की रणनीति को लेकर कांग्रेस संसदीय दल की रणनीति समूह की बैठक हुई। इसमें मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी सहित कई शीर्ष नेता शामिल हुए, लेकिन शशि थरूर बैठक में मौजूद नहीं थे।
थरूर का कारण-मां के साथ केरल में
थरूर के कार्यालय के अनुसार, वह इन दिनों अपनी वृद्ध मां के साथ केरल में हैं। उधर, केरल में स्थानीय निकाय चुनावों का प्रचार भी जोर पकड़ रहा है। इसी व्यस्तता के चलते कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी बैठक में शामिल नहीं हो पाए। हालांकि राज्य से वरिष्ठ सांसद के. सुरेश मौजूद रहे।
पहली बैठक से भी गैरहाज़िर थे थरूर
इससे पहले 18 नवंबर को एसआईआर मुद्दे पर राहुल गांधी और खरगे द्वारा बुलाई गई एक अहम बैठक में भी थरूर नहीं पहुंचे थे। उस समय वह दिल्ली में ही मौजूद थे, लेकिन बताया गया कि उनकी तबीयत सही नहीं थी।
मोदी के कार्यक्रम में दिखाई दिए, तारीफ़ भी की
दिलचस्प बात यह रही कि रविवार शाम को थरूर एक अख़बार के कार्यक्रम में मौजूद थे, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। थरूर ने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री के भाषण की तारीफ़ भी की—हालांकि पीएम ने इस दौरान कांग्रेस पर तीखे हमले किए थे।
अब नज़रें शीतकालीन सत्र में थरूर के रुख पर
अगले साल की शुरुआत में केरल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में तीन बार के लोकसभा सांसद और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य शशि थरूर की गतिविधियों पर विशेष नज़र है। अगर किसी संभावित “राजनीतिक दांव” की तैयारी चल रही हो, तो उसके संकेत चुनाव से पहले मिलने की उम्मीद है।
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