जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। सेठ आनंदराम जैपुरिया ग्रुप ऑफ स्कूल्स ने गुरु गोविंद सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज, लखनऊ में वार्षिक अंतर-स्कूल खेल चैंपियनशिप एथलेटिका 2025 का आयोजन किया।
चैंपियनशिप में ओवरऑल चैंपियंस ट्रॉफी सेठ आनंदराम जैपुरिया स्कूल, कानपुर ने जीती जबकि दूसरे स्थान पर गाजियाबाद की टीम रही। वहीं तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान की ट्रॉफियां क्रमशः आलमबाग, नानपारा और न्यू जाजमऊ के जैपुरिया स्कूलों ने जीतीं। सेठ आनंदराम जैपुरिया स्कूल, गाजियाबाद ने सभी तीन प्रमुख ट्रॉफियां ट्रेलब्लेज़र ट्रेंडसेटर और टाइटन्स ट्रॉफी जीती।

इस दौरान मुख्य अतिथि पद्मश्री व खेल रत्न से सम्मानित पूर्व ओलंपियन और भारत की अग्रणी कुश्ती चैंपियन साक्षी मलिक ने पुरस्कार बांटे। इस दौरान विशेष अतिथि पूर्व ओलंपियन और अर्जुन पुरस्कार विजेता सत्यव्रत कादियान और सम्मानित अतिथि यश जैपुरिया, कार्यकारी निदेशक – पार्टनर स्कूल और आईटी इनोवेशन, सेठ आनंदराम जैपुरिया ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस और तरूण चावला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, पार्टनर स्कूल भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना, ध्वजारोहण और एक जीवंत मार्च पास्ट के साथ हुई, जिसके बाद मशाल जलाकर औपचारिक रूप से एथलेटिका 2025 का उद्घाटन किया गया।
इस दौरान जैपुरिया नेटवर्क के 20 स्कूलों का प्रतिनिधित्व करने वाले 500 से अधिक छात्रों ने ट्रैक और फील्ड, टेबल टेनिस, बैडमिंटन और शतरंज की एक विस्तृत श्रृंखला में अपनी एथलेटिक कौशल का प्रदर्शन किया।
चैंपियनशिप ने न केवल जीत का जश्न मनाया बल्कि भागीदारी, टीम वर्क और दृढ़ता का भी जश्न मनाया। व्यक्तिगत एथलीटों और स्कूल टीमों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए ट्रॉफियां और पदक प्रदान किए गए।

समापन समारोह में साक्षी मलिक ने युवा एथलीटों की उनके दृढ़ संकल्प के लिए सराहना की और उन्हें मैदान के अंदर और बाहर उत्कृष्टता के लिए प्रयास करते रहने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कह कि मुझे खुशी होती है जब स्कूल खेल को न केवल एक पाठ्येतर गतिविधि के रूप में बल्कि एक जुनून के रूप में बढ़ावा देने की पहल करते हैं जो छात्रों के लिए जीवन भर का आह्वान बन सकता है।यह बहुत अच्छी बात है, क्योंकि खेल करियर की तैयारी स्कूलों में शुरू होती है। छात्रों से मैं कहना चाहती हूं कि अगर वे समर्पण के साथ अपने जुनून का पीछा करते हैं, तो वे अपने लक्ष्य हासिल करेंगे।

अपने विचार साझा करते हुए यश जैपुरिया ने कहा, पदक जीतना अद्भुत है। लेकिन प्रतिस्पर्धा करने का साहस, प्रशिक्षण के लिए अनुशासन और कभी हार न मानने का जज्बा भी उतना ही सराहनीय है। मेरी नजर में, प्रतिभागियों में हर कोई विजेता है। तरूण चावला ने जैपुरिया समूह के नेटवर्क के स्कूलों में खेल प्रतिभाओं के पोषण और उत्थान के लिए अपना दृष्टिकोण साझा किया।
सेठ आनंदराम जैपुरिया ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस की 80 साल की विरासत का प्रमाण, एथलेटिका 2025 समग्र विकास के लिए समूह की अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है – शैक्षणिक प्रतिभा, मूल्य-आधारित शिक्षा और खेल और पाठ्येतर संवर्धन पर एक मजबूत जोर के माध्यम से युवाओं का विकास करना।
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
