जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में कौन किसके साथ जायेगा, इसको लेकर कयासों का दौर शुरू है। मोदी को रोकने के लिए इंडिया अलायंस लगातार बैठक कर रहा है लेकिन अभी तक सीट शेयरिंग का मामला हल नहीं हो सका है।
वहीं गठबंधन में शामिल सपा लगातार कांग्रेस पर दबाव बना रही है। इतना ही सपा चाहती है कि यूपी में उसके हिसाब से सीटों का बटवारा हो जबकि कांग्रेस वहां पर ज्यादा सीट चाहती है।
इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश में सपा किसी और दखल भी नहीं चाहती है। इस वजह से इंडिया अलायंस में बसपा की इंट्री को लेकर वो कड़ा विरोध कर रही है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के लोग चाहते हैं कि मायावती भी इंडिया अलायंस का हिस्सा बने लेकिन सपा लगातार इसका कड़ा विरोध कर रही है तो दूसरी ओर मायावती भी लगातार सपा पर निशाना साध रही है। लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश अपनी खास भूमिका निभाता है। ऐसे में हर किसी की नजरे यूपी पर टिकी हुई है।

वहीं मायावती ने पहले ऐलान किया था कि लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी अकेले ही अपनी दावेदारी पेश करेंगी लेकिन अब रणनीति में थोड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अपने जन्मदिन के मौके पर वह गठबंधन को लेकर अहम एलान कर सकती हैं।
माना जा रहा है कि इंडिया अलायंस को लेकर कोई फैसला कर सकती है। 15 जनवरी को प्रेस वार्ता कर मायावती इस मसले पर चुप्पी तोड़ सकती है।
कांग्रेस लगातार बसपा को इंडिया अलायंस में शामिल होने की वकालत कर रही है लेकिन समाजवादी पार्टी इसके खिलाफ है और वो नहीं चाहती है मायावती किसी भी तरह से विपक्षी गठबंधन में शामिल हो।
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