जुबिली स्पेशल डेस्क
आखिरकार हेमंत सोरेन को गिरफ्तार होना पड़ा है। इतना ही नहीं केंद्रीय जांच एजेंसी (ईडी) की गिरफ्तारी से पहले उनको झारखंड की सीएम कुर्सी तक छोडऩी पड़ी है।
बुधवार की सुबह से लग रहा था कि उनकी गिरफ्तारी किसी भी वक्त हो सकती है और देर रात में उनकी गिरफ्तारी भी हो गई। हालांकि गिरफ्तारी से पहले उन्होंने अपना पद छोड़ते हुए अपना इस्तीफा राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को सौंपकर चले आये और राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने उनका इस्तीफा फौरन मंजूर कर लिया।

इसके बाद उनको गिरफ्तार भी कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद उनकी पहली प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है। उन्होंने शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ की कविता शेयर करते हुए सोशल मीडिया पर अपनी बात रखी है। उन्होंने लिखा है कि यह एक विराम है जीवन महासंग्राम है, हर पल लड़ा हूं, हर पल लड़ूंगा पर समझौते की भीख मैं लूंगा नहीं क्या हार में, क्या जीत में किंचित नहीं भयभीत मैं लघुता न अब मेरी छुओ, तुम हो महान, बने रहो अपने लोगों के हृदय की वेदना, मैं व्यर्थ त्यागूंगा नहीं हार मानूंगा नहीं… जय झारखण्ड !
बता दें कि हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा भी दे दिया और फिर जिस बात का डर था वहीं हुआ और उनको फौरन गिरफ्तार भी कर लिया गया है। चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है और उन्होंने सरकार बनाने का दावा भी पेश किया लेकिन राज्यपाल ने अभी तक उनको सीएम पद की शपथ नहीं दिलाई है।
इस सब ड्रामे के बीच अब सियासी संकट भी झारखंड में खूब देखने को मिल रहा है। हेमंत सोरेन का इस्तीफा राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने मंजूर तो कर लिया है, लेकिन नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने अब तक पद की शपथ नहीं ली है।
ऐसे में बड़ा सवाल है कि आखिरकार कब उनको सरकार बनाने के लिए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन कहते हैं। इस पूरे प्रकरण से विधायक काफी नाराज है और वो राजभवन में मौजूद थे ताकि ये बताया जा सके सभी एकजुट है और उनके पास बहुमत का आंकड़ा भी है लेकिन इसके बावजूद राज्यपाल ने अभी कोई फैसला नहीं किया है।
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