जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की तैयारी तेज हो गई है। भले ही 2024 में लोकसभा का चुनाव होना हो लेकिन सभी विपक्षी दल अभी इस पर रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
इस साल कई राज्यों में विधान सभा चुनाव होने जा रहा है। ऐसे में ये एक सेमीफाइनल की तरह लिया जा रहा है। कांग्रेस लगातार जमीन स्तर पर काम कर रही है ताकि वो पुराना वोट बैंक फिर से हासिल कर सके।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने कांग्रेस को एक नया आत्मविश्वास देने का काम किया है। इतना ही नहीं राहुल गांधी खुद भी एक बेहतरीन लीडर के तौर पर सामने आये हैं।

ऐसे में कांग्रेस चाहती है कि 2024 में विपक्ष का चेहरा राहुल गांधी ही हो लेकिन इसको लेकर विपक्ष में एक राय नहीं है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मुलाकात की।
तीनों नेताओं की मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है क्योंकि 2024 चुनाव में अब ज्यादा दिन का वक्त नहीं रहा है। बैठक में विपक्षी एकता को मजबूत करने को लेकर चर्चा हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने ता विपक्ष को एकजुट करने के लिए मुद्दों पर केंद्रित कॉमन एजेंडा तय किया जाएगा। इतना ही नहीं विपक्षी एकता को मजबूत करने के लिए नीतीश कुमार, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, के चंद्रशेखर राव, नवीन पटनायक, जगन रेड्डी और अरविंद केजरीवाल से बात करके एक मजबूत विपक्ष तैयार करने के लिए काम किया जायेगा।
बताया जा रहा है कि सभी नेताओं से पहले अकेले में बातचीत की जायेगी जबकि नवीन पटनायक और जगन रेड्डी से जल्द बातचीत की जायेगी। मल्लिकार्जुन खरगे के साथ शरद पवार और नीतीश कुमार चाणक्य की भूमिका में रहेंगे।
इससे पहले कल ही नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव भी दिल्ली पहुंचे थे और कांग्रेस के कई बड़े नेताओं से मिलकर मजबूत विपक्ष बनाने पर बात की थी।
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