- भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के तहत आने वाले सार्वजनिक उपक्रम ने 9.8% की वृद्धि के साथ हासिल किया ₹1,680 करोड़ का टर्नओवर
- कंपनी ने 20.44% की वृद्धि के साथ ₹95 करोड़ का प्रॉफिट बिफोर टैक्स दर्ज किया, ₹3,354 करोड़ के नए प्रोजेक्ट्स हासिल किए
- 31 मार्च 2025 तक कंपनी का कुल ऑर्डर बुक ₹13,750 करोड़ तक पहुंचा, CIS देशों में बनाई पहुंच
जुबिली स्पेशल डेस्क
भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के तहत आने वाले सार्वजनिक उपक्रम वैपकॉस लि. (WAPCOS) ने वित्तीय वर्ष 2024–25 में बेहतरीन प्रदर्शन कर न केवल घरेलू मोर्चे पर मजबूती दिखाई है, बल्कि ग्लोबल साउथ में भारत की इंजीनियरिंग क्षमता का परचम भी लहराया है।
कंपनी के अनऑडिटेड आंकड़ों के अनुसार, ₹1,680 करोड़ का टर्नओवर (9.8% की वृद्धि) और ₹95 करोड़ का प्रॉफिट बिफोर टैक्स (20.44% की वृद्धि) दर्ज किया गया है।
WAPCOS ने इस साल ₹3,354 करोड़ के नए प्रोजेक्ट्स हासिल किए हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 13.46% अधिक हैं। इसके साथ ही 31 मार्च 2025 तक कंपनी का कुल ऑर्डर बुक अब ₹13,750 करोड़ पहुंच गया है।
वैश्विक स्तर पर मजबूत हो रही उपस्थिति
WAPCOS न केवल भारत में जल, ऊर्जा और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में काम कर रहा है, बल्कि दक्षिण एशिया और अफ्रीका के देशों में भी इंजीनियरिंग परियोजनाएं सफलतापूर्वक संभाल रहा है।
इस साल कंपनी ने सीआईएस देशों (जैसे ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान) में बड़ी सफलता हासिल की है और भारत की साख को मजबूत किया है।
कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आर.के. अग्रवाल ने कहा,”WAPCOS भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की श्रेष्ठता का प्रतीक है। यह तकनीकी रूप से दक्ष, व्यावसायिक रूप से मजबूत और राष्ट्रीय विकास प्राथमिकताओं के प्रति पूर्णतः समर्पित है।
हमारी वैश्विक उपस्थिति जितनी तेजी से बढ़ रही है, उतना ही महत्वपूर्ण योगदान हम भारत की विकास गाथा में भी दे रहे हैं।” मिनी रत्न-I का दर्जा प्राप्त WAPCOS, जल, ऊर्जा और अधोसंरचना क्षेत्रों में परामर्श, इंजीनियरिंग और परियोजना प्रबंधन सेवाएं प्रदान करता है। कंपनी 75 से अधिक देशों में अपने कदम जमा चुकी है और भारतीय विशेषज्ञता को वैश्विक मंच पर ले जाने का कार्य कर रही है।