जुबिली न्यूज डेस्क
नेपाल में भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया बैन को लेकर शुरू हुआ Gen-Z आंदोलन अब हिंसक रूप ले चुका है। राजधानी काठमांडू समेत कई बड़े शहरों में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें लगातार बढ़ रही हैं। इस आंदोलन में अब तक कई युवाओं की मौत हो चुकी है। स्थिति को देखते हुए भारत ने नेपाल में रह रहे अपने नागरिकों के लिए एडवायजरी जारी की है और सीमा क्षेत्रों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

पीएम मोदी ने व्यक्त किया दुख, की शांति की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल में हिंसक प्रदर्शनों के दौरान युवाओं की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा—“नेपाल में हुई हिंसा हृदयविदारक है। अनेक युवाओं ने अपनी जान गंवाई है, जिससे मेरा मन अत्यंत व्यथित है। नेपाल की स्थिरता, शांति और समृद्धि अत्यंत महत्वपूर्ण है।”इसके साथ ही उन्होंने नेपाल के लोगों से शांति और व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।
सरकार ने हटाया सोशल मीडिया बैन, लेकिन आंदोलन जारी
नेपाल सरकार ने प्रदर्शनकारियों की मांग मानते हुए सोशल मीडिया से बैन हटाने की घोषणा कर दी है। इसके बावजूद युवाओं का गुस्सा कम नहीं हुआ है और आंदोलन पहले से ज्यादा उग्र होता जा रहा है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उनकी लड़ाई सिर्फ सोशल मीडिया के लिए नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार खत्म करने और सिस्टम में सुधार लाने के लिए है।
भारत ने जारी की एडवायजरी
नेपाल में बिगड़ते हालात को देखते हुए भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर 977-9808602881 जारी किया है। दूतावास ने नेपाल में रह रहे भारतीय नागरिकों को घर से बाहर न निकलने और पूरी तरह सतर्क रहने की सलाह दी है।
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सीमा क्षेत्रों में अलर्ट
नेपाल से सटी भारतीय सीमा पर सशस्त्र सीमा बल (SSB) की गश्त बढ़ा दी गई है। भारत-नेपाल के बीच आने-जाने वाले वाहनों की कड़ी जांच हो रही है। अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा बल हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
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