जुबिली न्यूज डेस्क
ओडिशा के ऐतिहासिक शहर कटक में दो समुदायों के बीच हुई झड़प के बाद हालात बिगड़ गए हैं। दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान हुई हिंसक घटनाओं के बाद प्रशासन ने पूरे शहर में 36 घंटे का कर्फ्यू लागू कर दिया है और इंटरनेट एवं सोशल मीडिया सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं।

क्या है मामला?
दो दिन पहले दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हो गई थी। इसके बाद शहर में तनाव का माहौल बना हुआ है। रविवार को विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने बिना अनुमति बाइक रैली निकाली, जिसके दौरान पथराव और हिंसा की घटनाएं हुईं।
पुलिस कमिश्नर एस. देबदत्त सिंह ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर पत्थरबाजी की गई, जिसमें 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने स्थिति को काबू में लाने के लिए लाठीचार्ज किया। इस हिंसा में कुल 25 लोग घायल बताए जा रहे हैं।“शांति भंग करने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा,” — एस. देबदत्त सिंह, पुलिस कमिश्नर
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की अपील
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने घटना पर दुख जताते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा,“कटक एक हज़ार साल पुराना शहर है जो अपने भाईचारे के लिए जाना जाता है। कुछ उपद्रवियों की वजह से शहर की शांति भंग हुई है। सरकार सख्त कार्रवाई करेगी और कानून के मुताबिक दोषियों को सजा मिलेगी।”
मुख्यमंत्री ने प्रशासन को निर्देश दिया है कि संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाए और स्थिति पर लगातार नज़र रखी जाए।
विपक्ष का हमला
विपक्षी दल बीजू जनता दल (BJD) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने एक्स (X) पर पोस्ट कर लिखा,“शांतिप्रिय ओडिशा में इस तरह का माहौल स्वीकार्य नहीं है। पुलिस असहाय नजर आ रही है। बीजेपी सरकार के दबाव में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है।”
इंटरनेट और सोशल मीडिया बंद
प्रशासन ने गलत अफवाहों और भड़काऊ संदेशों को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। कटक के कई इलाकों में पुलिस और RAF की गश्त जारी है।
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