जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने न्यायपालिका को लेकर एक बड़ा और साहसिक बयान दिया है। उन्होंने दिल्ली के जज के घर से जली हुई करंसी मिलने के मामले पर चिंता जताई है और न्यायिक व्यवस्था में पारदर्शिता की मांग की है। धनखड़ ने सवाल उठाया — “जब जली हुई करेंसी मिलती है और कोई FIR तक दर्ज नहीं होती, तो ये किस दिशा में इशारा करता है?”
मामला क्या है?
लुटियंस दिल्ली में स्थित जज जस्टिस यशवंत वर्मा के आवास से हाल ही में बड़ी मात्रा में जली हुई नकदी बरामद हुई। यह मामला सोशल मीडिया और मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आया, लेकिन अब तक कोई आधिकारिक FIR दर्ज नहीं की गई है।
उपराष्ट्रपति ने क्या कहा?
“न्यायिक तंत्र में भ्रष्टाचार की गूंज है। जब किसी न्यायिक अधिकारी के आवास से जलती हुई करेंसी मिलती है और उस पर कोई कार्रवाई नहीं होती, तो यह सिस्टम पर सवाल उठाता है।”
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क्या बोले राजनीतिक विशेषज्ञ?
विशेषज्ञों का मानना है कि उपराष्ट्रपति का यह बयान सुप्रीम कोर्ट और न्यायपालिका पर सार्वजनिक दबाव बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।