जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। एनसीपी (एसपी) अध्यक्ष शरद पवार ने शुक्रवार (22 अगस्त) को साफ़ कर दिया कि उनकी पार्टी उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार और महाराष्ट्र के मौजूदा राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन का समर्थन नहीं करेगी। पवार ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें फोन कर समर्थन मांगा था, लेकिन उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया।
विपक्ष का भरोसा अपने उम्मीदवार पर
पवार ने बताया कि विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी पहले ही नामांकन दाखिल कर चुके हैं। उन्होंने कहा, “भले ही हमारी संख्या एनडीए से कम है, लेकिन हमें कोई चिंता नहीं। विपक्ष के सभी वोट रेड्डी को ही मिलेंगे।”
विचारधारा से मेल नहीं खाते राधाकृष्णन
एनडीए उम्मीदवार पर निशाना साधते हुए पवार ने कहा, “जब राधाकृष्णन झारखंड के राज्यपाल थे, उस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया और उन्हें राजभवन में गिरफ्तार किया गया। यह सत्ता के दुरुपयोग का ज्वलंत उदाहरण है। ऐसे उम्मीदवार को समर्थन देना संभव नहीं।”
एमवीए दल एकजुट
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने बताया कि फडणवीस के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी उद्धव ठाकरे से समर्थन के लिए बात की थी। लेकिन शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (एसपी) और कांग्रेस-तीनों महा विकास आघाड़ी (एमवीए) में शामिल हैं और राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा हैं।
बता दे कि उपराष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर देश की सियासत एक बार फिर गर्मा गई है। इंडिया गठबंधन की ओर से उम्मीदवार बनाए गए पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी ने गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इस मौके पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी, सांसद राहुल गांधी, सपा नेता रामगोपाल यादव और शिवसेना (उद्धव गुट) के संजय राउत समेत कई विपक्षी दलों के प्रमुख नेता मौजूद रहे।
नामांकन के दौरान सुदर्शन रेड्डी के समर्थन में कुल चार सेट नामांकन पत्र दाखिल किए गए, जिन पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, डीएमके नेता तिरुचि शिवा समेत कुल 160 सांसदों ने प्रस्तावक और अनुमोदक के रूप में हस्ताक्षर किए।