जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली। भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने बलिदान दिवस को देश के इतिहास का “महान दिन” करार दिया और कहा कि डॉ. मुखर्जी का नाम अपने आप में पवित्र है।
उपराष्ट्रपति ने कहा,“आज इस धरती के सबसे बेहतरीन सपूतों में से एक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस है। उन्होंने देश को एक महान नारा दिया था— ‘एक विधान, एक निशान और एक प्रधान होगा देश में, दो नहीं होंगे।’ यह नारा आज भी देश की एकता का प्रतीक है।”
अनुच्छेद 370 को लेकर दिया बड़ा बयान
धनखड़ ने अनुच्छेद 370 और 35ए को लेकर कहा कि इन कानूनों की वजह से देश और जम्मू-कश्मीर को लंबे समय तक नुकसान हुआ। उन्होंने इसे “बुनियादी अधिकारों से वंचित करने वाला प्रावधान” बताया।
उपराष्ट्रपति ने कहा,“हमने लंबे समय तक अनुच्छेद 370 के कारण कष्ट सहे। यह सिर्फ एक संवैधानिक बाधा नहीं थी, बल्कि यह लोगों के मौलिक अधिकारों पर भी हमला था।”
मोदी-शाह को बताया दूरदर्शी नेतृत्व
उपराष्ट्रपति ने कहा कि देश के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जैसे दूरदर्शी नेता हैं, जिन्होंने देश की एकता को मजबूत किया। उन्होंने कहा,“5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटाया गया और 11 दिसंबर 2023 को सुप्रीम कोर्ट में इसकी वैधता भी साबित हुई। अब यह अध्याय समाप्त हो चुका है।”
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धनखड़ ने बलिदान दिवस के मौके पर कहा कि डॉ. मुखर्जी का जीवन और बलिदान देश के लिए एक प्रेरणा है।“आज उन्हें श्रद्धांजलि देने से बेहतर कोई अवसर नहीं हो सकता। उनकी भावना और विचारों को याद करना आज भी उतना ही जरूरी है।”