न्यूज डेस्क
अक्सर आपने इंसानों को मास्क लगाये देखा होगा लेकिन कभी ये सुना है कि भगवान को भी मास्क पहनाया गया है। जी हाँ ये कोई कही सुनी बात नहीं बल्कि हकीकत है। दरअसल दिवाली के बाद से प्रदूषण का स्तर दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई हिस्से में इतना बढ़ गया है कि हवाएं जहरीली हो गयी है।
प्रदूषण की चपेट में पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी आ गया है। यहां की हवा इतनी जहरीली हो गयी है कि भगवान को भी मास्क पहनना पड़ गया। यहां पीएम 2.5 का इंडेक्स 500 के करीब पहुंच चुका है। इसे देखते हुए काशीवासी प्रदूषित वातावरण से बचने के लिए खुद के साथ साथ मंदिरों में स्थापित देवी-देवताओं को भी मास्क पहना रहे है।

ऐसी मान्यता है कि गर्मी में चंदन का लेप और ठंडी में साल भगवान को अर्पित किया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है कि ठंडी और गर्मी भगवान को ज्यादा न होने दें। इसीलिए पर्यावरण की भयावह स्थिति को देखते हुए वाराणसी के सिगरा स्थित मंदिर के पुजारी हरीश मिश्रा और भक्तों ने भोलेनाथ, देवी दुर्गा, सहित कई देवी देवताओं का पूजन कर उन्हें मास्क पहना दिया।
धुंध की चादर ने वाराणसी को अपने घेरे में ले रखा है। इससे यहां प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। इस वजह से जनता अब भगवान के शरण में जा रही है। लेकिन भगवान को खुद भी इस जहरीले धुंध से बचाने के लिए भक्त उन्हें मास्क पहना रहे हैं। वहीं, वाराणसी में भगवान को प्रदूषण से बचाने के लिए उठाये गये इस कदम से लोग काफी चकित है।
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