जुबिली स्पेशल डेस्क
पिथौरागढ़, उत्तराखंड। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले से एक दर्दनाक सड़क हादसे की खबर सामने आई है। मुवानी से बकटा जा रही एक टैक्सी अनियंत्रित होकर करीब 150 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। यह हादसा सोनी पुल के पास हुआ, जहां टैक्सी में कुल 13 लोग सवार थे। हादसे में 7 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाकी गंभीर रूप से घायल हैं।
हादसे पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी दुख जताया. उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा, “जनपद पिथौरागढ़ के मुवानी क्षेत्र में वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने का अत्यंत दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से प्रार्थना है कि दुर्घटना में दिवंगत हुए लोगों की आत्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें। जिला प्रशासन को घायलों के उचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं. सभी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं।”
हादसे की लोकेशन और समय
यह भीषण दुर्घटना मंगलवार शाम लगभग 5 बजे जिला मुख्यालय से लगभग 52 किलोमीटर दूर हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टैक्सी के खाई में गिरते ही मौके पर चीख-पुकार मच गई।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
हादसे की सूचना मिलते ही पिथौरागढ़ जिला प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। स्थानीय ग्रामीण भी घायलों की मदद में जुट गए। सभी घायलों को खाई से निकालकर नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रशासन ने दुर्घटना के सटीक कारणों की जांच शुरू कर दी है, हालांकि प्रथम दृष्टया वाहन के अनियंत्रित होकर फिसलने की आशंका जताई जा रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जताया शोक
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दुखद हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा:”जनपद पिथौरागढ़ के मुवानी क्षेत्र में वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने का अत्यंत दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें। घायलों के उचित इलाज हेतु प्रशासन को निर्देश दिए हैं।”
अब तक का अपडेट
- घटना स्थल: मुवानी-बकटा मार्ग, सोनी पुल के पास
- वाहन: टैक्सी (13 यात्री सवार)
- हादसे का कारण: टैक्सी अनियंत्रित होकर खाई में गिरी (प्रारंभिक आशंका)
- मृतक: 7 लोग
- घायल: कई, अस्पताल में भर्ती
- रेस्क्यू: पुलिस, प्रशासन और स्थानीय ग्रामीणों द्वारा