जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. उत्तर प्रदेश को पर्यटन के नक़्शे पर चमकाने के लिए योगी आदित्यनाथ की सरकार ने तमाम योजनायें तैयार की हैं. इन योजनाओं को अमली जामा पहनाने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को सख्त हिदायतें दी गई हैं और बताये गए काम वक्त पर पूरे करने को कहा गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ, ताजनगरी आगरा, संगम नगरी प्रयागराज और कृष्ण नगरी मथुरा को हेलीपोर्ट के ज़रिये जोड़ने की योजना तैयार की है. हेलीपोर्ट सेवा के लिए प्राइवेट पार्टनर तलाशने का काम शुरू किया जा चुका है.
प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने बताया कि हेलीपोर्ट सेवा का सबसे बड़ा फायदा 2025 में होने वाले कुम्भ में नज़र आएगा. भव्य कुम्भ के खूबसूरत नज़ारे को आसमान से निहारा जा सकेगा. उन्होंने बताया कि सरकार एक तरफ हेलीपोर्ट योजना पर बड़ी तेज़ी से काम कर रही है तो दूसरी तरफ उसने प्रमुख शहरों में रोपवे का निर्माण कराने का फैसला भी किया है. यह रोपवे बिल्कुल वैसे ही ही होंगे जैसे कि चित्रकूट और विन्द्याचल की प्राकृतिक ख़ूबसूरती को निहारने के लिए तैयार किये गए हैं.

विन्द्याचल में अष्टभुजा और कालीखोह रोपवे को पिछले साल अगस्त में और चित्रकूट में सितम्बर 2019 में शुरू किया गया था. सरकार की योजना है कि अगले छह महीने के भीतर मथुरा में भी ऐसा रोपवे बनाकर कृष्ण और राधा की लीलाओं को देखने का शानदार रास्ता निकाला जाए. इसी तरह से प्रयागराज में झूंसी से त्रिवेणी तक रोपवे तैयार किया जायेगा.

मुकेश मेश्राम ने बताया कि देश और दुनिया में यूपी को ब्रांड के रूप में पेश करने की योजना है. पर्यटन को सम्पन्न बनाने का हमारा सपना इसलिए भी है क्योंकि हमारे पास सम्पन्न विरासत पहले से मौजूद है. हम इसे पूरी दुनिया को दिखाने की तैयारी कर रहे हैं.
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