जुबिली स्पेशल डेस्क
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी ) को लेकर बड़ी खबर आ रही है। दरअसल उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पेपर लीक होने की बात सामने आने के बाद प्रदेशभर में परीक्षा रद्द करने का फैसला किया गया है।
इतना ही नहीं इस पूरे मामले में 23 लोगों को गिरफ्तार कर कड़ी पूछताछ की जा रही है और मेरठ से एसटीएफ ने 23 लोगों को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में लखनऊ से 4, शामली से 3, अयोध्या से 2, कौशांबी से 1, प्रयागराज से 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
उधर इस पूरे मामले पर सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय कुमार उपाध्याय का बयान भी सामने आ रहा है। उन्होंने बताया है कि दोनों पालियों की परीक्षाएं निरस्त कर दी गई हैं कि एक महीने के भीतर दोबारा टीईटी परीक्षा कराई जाएगी। इस दौरान दोबारा फीस के तौर पैसा नहीं लिया जायेगा।

मेरठ से मिली जानकारी के अनुसार सॉल्वर गैंग से जुड़े शामली निवासी मनीष उर्फ मोनू, रवि पुत्र विनोद, धर्मेंद्र पुत्र कुंवरपाल समेत 23 लोगों को एसटीएफ ने दबोचा है और उनसे कड़ी पूछताछ की जा रही है।
कहा जा रहा है कि सोशल मीडिया के व्हाट्सऐप पर पेपर लीक करने की बात सामने आ रही है। इसके बाद गाजियाबाद, बुलंदशहर, मथुरा में व्हाट्सएप ग्रुप पर एग्जाम का पेपर वायरल हुआ था, इसके बाद फौरन परीक्षा को रद्द का बड़ा कदम उठाया गया है।
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उधर एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार और अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने संयुक्त रूप से एक प्रेस वार्ता कर कहा है कि अगले एक महीने में दोबारा परीक्षा आयोजित की जाएगी।
इसके साथ ही सरकार ने निर्देश दिए हैं कि सभी अभ्यर्थी अपना एडमिट कार्ड दिखाकर यूपी सरकार की बसों से बिना कोई पैसे दिए अपने अपने गंतव्य तक जा सकते हैं।
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