जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पिछले दो दिनों से शीतलहर का असर तेज हो गया है, जिसके चलते अचानक सर्दी बढ़ गई है। सुबह और शाम के समय ठंड का प्रकोप और अधिक महसूस किया जा रहा है। इसी के साथ अब लोगों को जहरीली हवा से भी जूझना पड़ रहा है।
राज्य के कई शहरों में वायु गुणवत्ता लगातार बिगड़ती जा रही है। धुंध और धुएं की मोटी परत के कारण पूरा आसमान धुंधला दिखाई देता है और स्मॉग की चादर ने लोगों के लिए सांस लेना मुश्किल कर दिया है। कई शहरों में AQI स्तर 400 से 450 के बीच दर्ज किया गया है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
यूपी में सर्दी बढ़ने के साथ हवा की गुणवत्ता भी तेजी से बिगड़ती दिखाई दे रही है। दिल्ली से सटे नोएडा, गाज़ियाबाद और मेरठ के अलावा अब हापुड़ और बागपत जैसे शहरों में भी प्रदूषण स्तर 400 के पार पहुंच गया है। यह स्थिति वायु गुणवत्ता को ‘गंभीर’ श्रेणी में ले जाती है और इसका सीधा असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है।
इस जहरीली हवा के कारण लोगों को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही है। इसके साथ ही मुजफ्फरनगर और बुलंदशहर जैसे जिलों की हवा भी ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई है।
यूपी के कई जिलों में हवा बेहद खराब
प्रदेश के अन्य जिलों में भी वायु गुणवत्ता चिंताजनक बनी हुई है।बागपत में AQI 416, हापुड़ में 411, बुलंदशहर में 346 और मुजफ्फरनगर में 320 रिकॉर्ड किया गया।
राजधानी लखनऊ में थोड़ी राहत दिखाई दी है। लालबाग को छोड़कर शहर के बाकी सभी स्टेशनों पर हवा ‘मॉडरेट’ श्रेणी में रही, जबकि लालबाग में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ स्तर पर दर्ज की गई।
स्वास्थ्य पर असर, अस्पतालों में बढ़े मरीज
प्रदूषण बढ़ने का असर अब लोगों की सेहत पर साफ दिख रहा है। अस्पतालों में सांस और सीने से जुड़े मरीजों की संख्या बढ़ गई है। लोगों में सिरदर्द, आंखों में जलन, खांसी और सांस फूलने जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं।
डॉक्टरों ने सलाह दी है कि लोग सुबह की सैर से बचें और अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें।
शीतलहर और प्रदूषण की दोहरी मार
मौसम विभाग के अनुसार, यूपी में कई हिस्सों में आज भी शीतलहर बनी रह सकती है। आने वाले दिनों में तापमान और गिरने की संभावना है, जिससे सर्दी और प्रदूषण—दोनों का प्रभाव और बढ़ सकता है।
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