जुबिली स्पेशल डेस्क
गयाजी। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी एक बार फिर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में हैं। रविवार को गयाजी में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) पार्टी के विधायकों के सम्मान समारोह के दौरान उन्होंने सांसद और विधायकों को मिलने वाले फंड और कथित कमीशन को लेकर खुलकर बयान दिया।
मांझी ने कहा कि सभी सांसद और विधायक कमीशन लेते हैं। उन्होंने दावा किया कि एक सांसद को हर योजना के तहत करीब 5 करोड़ रुपये मिलते हैं और अगर इसमें 10 प्रतिशत कमीशन लिया जाए तो यह राशि लगभग 40 लाख रुपये हो जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने खुद कई बार अपनी पार्टी को कमीशन की राशि दी है और पार्टी नेताओं से कहा था कि इन पैसों से गाड़ी तक खरीद ली जाए।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि अगर पार्टी के नेता इस तरह का योगदान नहीं कर पा रहे हैं तो इसमें पार्टी अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने यह भी कहा कि 2026 में भी पार्टी को पैसों की कोई कमी नहीं होगी। अगर इस बार भी सांसद फंड से पैसा दिया गया तो पार्टी को करीब 80 लाख रुपये मिलेंगे, जो कोई छोटी राशि नहीं है।
मांझी ने पार्टी नेताओं को निर्देश देते हुए कहा कि अगर 10 प्रतिशत कमीशन संभव नहीं है तो कम से कम 5 प्रतिशत तो लिया ही जा सकता है और उसी हिसाब से काम किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके पास ताकत है और अगर मन बनाया जाए तो यह सब किया जा सकता है।

कार्यक्रम में अपेक्षित भीड़ न होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए मांझी ने कहा कि अगर जिला अध्यक्ष पांच बसों की व्यवस्था कर देते, जिसमें करीब दो लाख रुपये खर्च होते, तो पूरा स्टेडियम भर सकता था। उन्होंने दावा किया कि सभी पार्टियां यही तरीका अपनाती हैं और अपने-अपने समर्थकों को कार्यक्रमों में लाने के लिए खर्च करती हैं।
आगामी चुनावों को लेकर केंद्रीय मंत्री ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी को 100 सीटों पर जीत का लक्ष्य रखना चाहिए। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे अलग झंडे के साथ “इंकलाब जिंदाबाद” का नारा लगाते हुए आगे बढ़ेंगे। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष से चुनाव की तैयारी में जुटने की अपील करते हुए कहा कि समाज का समर्थन उनके साथ है और आने वाले चुनाव में सभी वर्गों को साथ लेकर चला जाएगा।
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