जुबिली स्पेशल डेस्क
यूक्रेन संकट गहराता जा रहा है। अमेरिका जहां अपने लोगों को तुरंत यूक्रेन छोडऩे को कह चुका हैं वहीं अब यूक्रेन की राजधानी कीव में अपने दूतावास को खाली करने की तैयारी में है।
दरअसल पश्चिमी खुफिया अधिकारियों की ओर से कहा गया है कि यूक्रेन पर रूस के हमले की आशंका तेज होती जा रही है। इसी वजह से अमेरिका दूतावास खाली करने की तैयारी कर रहा है।
दोनों देशों के तनाव का अंदाजा केवल इस बात से लगाया जा सकता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने तनाव कम करने के लिए एक घंटे तक फोन पर बात की है। ‘दोनों देशों के बीच अहम काफी देर तक यूक्रेन विवाद को लेकर बातचीत हुई है। व्हाइट हाउस की माने तो जो बाइडेन ने कहा कि इस संकट को खत्म करने के लिए पश्चिम कूटनीतिक रूप से के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन अन्य हालात के लिए समान रूप से तैयार है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि उनका विदेश मंत्रालय रूसी हमले की बढ़ती आशंका के बीच शनिवार को कीव स्थित अपने दूतावास से सभी अधिकारियों को बुलाने की ऐलान कर सकता है।
इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्रालय कीव स्थित दूतावास के कर्मचारियों के परिजनों को यूक्रेन छोडऩे के लिए कह चुका है।
हालांकि, अमेरिका ने अपने गैर जरूरी कर्मियों से कहा था कि वे यूक्रेन में रहने या न रहने का फैसला अपनी मर्जी से कर सकते हैं।
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पहचान न जाहिर करने की शर्त पर अधिकारियों ने बताया कि एक सीमित संख्या में अमेरिकी राजदूतों को यूक्रेन के सुदूर पश्चिमी इलाके में रहने के लिए भेजा जा सकता है। ये इलाका पोलैंड से सटा हुआ है, जो कि नेटो का सदस्य है। अमेरिका ऐसा इसलिए कर सकता है ताकि यूक्रेन में उसकी कूटनीतिक उपस्थिति बनी रहे।
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