जुबिली स्पेशल डेस्क
महाराष्ट्र की राजनीति में कब, क्या हो जाए, यह कोई नहीं कह सकता। यहां तक कि कौन, कब पाला बदल लेगा, यह भी अनिश्चित रहता है। वर्षों तक ठाकरे परिवार के साथ रहने वाले एकनाथ शिंदे ने ऐसी बगावत की कि उद्धव ठाकरे की कुर्सी चली गई और बीजेपी की मदद से खुद मुख्यमंत्री बन गए। लेकिन विधानसभा चुनाव में कमजोर प्रदर्शन के चलते उनका डिमोशन हो गया और उन्हें उपमुख्यमंत्री की कुर्सी से संतोष करना पड़ा।
अब शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर नया हमला बोलते हुए कई खुलासे किए हैं, जिससे महाराष्ट्र की सियासत में हलचल मच गई है।
शिंदे का बड़ा दावा: “उद्धव ने मोदी से मांगी थी माफी”
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि उद्धव ठाकरे ने दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी मांगी थी। शिंदे के अनुसार, महाविकास अघाड़ी सरकार के दौरान उद्धव बीजेपी के साथ दोबारा गठबंधन करना चाहते थे, लेकिन मुंबई लौटकर अपने वादे से पलट गए।
हालांकि, उद्धव ठाकरे ने इस बयान को सिरे से खारिज कर दिया और पलटवार करते हुए शिंदे पर तीखा तंज कसा। अख़बार ‘सामना’ में उद्धव के हवाले से लिखा गया कि “उस समय शिंदे मोदी के डस्टबिन में बैठे थे।” उद्धव ने यह भी कहा कि उन्हें खुद नहीं पता था कि शिंदे के साथ आगे क्या होने वाला है।
कैसे बदला शिंदे का सियासी सफर?
गौरतलब है कि शिंदे ने उस समय शिवसेना से बगावत कर दी थी, जिसके कारण उद्धव सरकार गिर गई। कई दिनों तक नाराज रहने के बाद शिंदे ने बीजेपी से हाथ मिला लिया, और बीजेपी के समर्थन से मुख्यमंत्री बने।
हालांकि, विधानसभा चुनाव में शिंदे की पार्टी उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सकी, जिसके बाद बीजेपी ने उन्हें किनारे कर दिया और डिमोशन कर उपमुख्यमंत्री बना दिया।
शिंदे डिप्टी सीएम बनने के इच्छुक नहीं थे, लेकिन उनके पास कोई और विकल्प नहीं बचा था, इसलिए मजबूरन उन्हें यह पद स्वीकार करना पड़ा।
अब शिंदे और उद्धव के बीच फिर से जुबानी जंग छिड़ गई है, जिससे महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर नया मोड़ आ सकता है।
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