जुबिली स्पेशल डेस्क
भारत की स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा को आने वाले समय में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। जानकारी मिल रही है नेशनल कोच को मना करना अब मनिका बत्रा को महंगा पड़ सकता है। उनके इस कदम पर अब टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया नाराज है और अब उनके खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी में है।
दरअसल टोक्यो ओलम्पिक के दौरान मनिका के निजी कोच सन्मय परांजपे को उनके मुकाबले के दौरान स्टेडियम में आने नहीं दिया गया था। मामला तब और आगे बढ़ गया था जब उन्होंने मैच के दौरान राष्ट्रीय कोच सौम्यदीप रॉय की सेवाएं लेने से मना कर दिया था।
मामला अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है और मनिका का ये फैसला उनके लिए घातक साबित हो सकता है। जहां एक ओर उन्होंने मैच गवांया अब इस मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई होनी तय मानी जा रही है। मैच के दौरान मनिका बत्रा को कोच की कमी खलती नजर आ रही थी।
टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया (टीटीएफआई ) ने इस पूरे मामले पर कहा है कि मनिका बत्रा के टोक्यो ओलंपिकराष्ट्रीय कोच सौम्यदीप रॉय की मदद नहीं लेना के फैसले को अनुशासनहीनता का कार्य बताया है।

उन्होंने कहा कि जब कार्यकारी बोर्ड की बैठक होगी तो उन्हें (मनिका बत्रा) निश्चित रूप से कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। बोर्ड की ये बैठक अगले महीने की शुरुआत में हो सकती है।
उधर इस पूरे मामले में टीटीएफआई के महासचिव अरुण कुमार बनर्जी ने टोक्यो से एक न्यूज एजेंसी को बताया है कि यह निश्चित रूप से अनुशासनहीनता का कार्य है। उसे अन्य खिलाडिय़ों की तरह अपने मैचों के दौरान राष्ट्रीय कोच को कोच कॉर्नर में बैठने देना चाहिए था।रॉय भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाडयि़ों में से एक हैं और अब एक प्रतिष्ठित कोच हैं।
बता दें कि सौम्यदीप रॉय अनुभवी कोच है और उन्होंने देश के लिए 2006 में राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीता है। इसके साथ ही अर्जुन पुरस्कार भी मिल चुका है। टोक्यो जाने वाली 4 सदस्यीय टीम के वह एकमात्र कोच थे। दूसरी ओर मनिका अपने निजी कोच सन्मय परांजपे की टोक्यो ले गई थी लेकिन वो केवल उनके साथ प्रशिक्षण की अनुमति दी गई थी।
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