जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के डीएम कर्मवीर शर्मा इन दिनों मध्य प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में काफी चर्चित हो रहे हैं. उनके सिर्फ एक कदम की वजह से जबलपुर के प्रशासनिक अधिकारियों के काम की रफ़्तार काफी तेज़ हो गई है.
दरअसल जबलपुर में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से आई कई शिकायतों का अफसरों ने संज्ञान ही नहीं लिया. इन शिकायतों के निराकरण में देरी होने से नाराज़ डीएम ने अपने साथ ही कई अधिकारियों का वेतन रोके जाने का आदेश देते हुए लिखा कि जब तक मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर आई शिकायतों के आशानुकूल निराकरण में तेज़ी न आ जाए तब तक न मुझे वेतन दिया जाए और न ही अन्य ज़िम्मेदार अधिकारियों को. डीएम कर्मवीर शर्मा ने अपने फेसबुक पेज के ज़रिये खुद इस बात की जानकारी सार्वजनिक की है.

डीएम कर्मवीर शर्मा ने ट्रेजरी ऑफिसर को निर्देश दिया है कि जिन जिलों में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के ज्यादा प्रकरण निस्तारित नहीं किये गए हैं उन सभी जिलों में अधिकारियों की एक वेतन वृद्धि रोकी जाए. जिन जिलों में 100 दिन से अधिक के प्रकरण लंबित हैं उन जिलों में इस माह का वेतन आहरित न किया जाए.
कर्मवीर शर्मा ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन और स्वच्छता में लापरवाही बरतने वाले नगर निगम के सभी उपायुक्तों के वेतन रोकने के निर्देश भी दिए हैं. इसके साथ ही राजस्व प्रकरणों के निस्तारण में लापरवाही बरतने वाले तहसीलदारों की एक वेतन वृद्धि रोकने को कहा है.
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