जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. पानी की लगातार बर्बादी का असर अब नज़र आने लगा है. भीषण गर्मी की वजह से नदियाँ और तालाब सूखने लगे हैं. ज़मीन के भीतर का पानी और भी नीचे उतर गया है. हैन्डपम्प बेकार होने लगे है. ऐसे हालात पैदा हो गए हैं कि पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर में पानी पर प्रशासन का पहरा बैठ गया है. जोधपुर के डीएम हिमांशु गुप्ता ने पेयजल प्रबंधन के लिए इमरजेंसी रिस्पांस टीम का गठन कर दिया है. शहर के सभी फिल्टर प्लांट्स के बाहर पुलिस का पहरा बैठ गया है. इतनी कोशिशों के बाद भी अगर कोई पानी की बर्बादी करता दिखाई दे तो उसके लिए स्पष्ट निर्देश है कि उस पर जुर्माना लगाया जाये.

डीएम के आदेश के बाद पानी की सुरक्षा में पुलिस मुस्तैद हो गई है. जोधपुर के झालामंड, तख़्तसागर, कायलाना और चौपासनी फिल्टर प्लांट पर 24 घंटे पुलिस का पहरा बिठा दिया गया है. पानी की बर्बादी को रोकने के लिए नगर आयुक्त बल्कि कई अधिशासी अभियंताओं की ड्यूटी भी लगाईं गई है.
डीएम ने जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक, महिला एवं बल कल्याण विभाग की डिप्टी डायरेक्टर और जिला रसद अधिकारी की ड्यूटी भी पानी की बर्बादी को रोकने में लगाईं है. इतनी व्यवस्थाओं के बावजूद अगर कोई पानी को बर्बाद करता नज़र आया तो उस पर जुर्माना भी लगेगा और आवश्यक कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी.
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