जुबिली न्यूज डेस्क
कानपुर में हुए धमाके को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। पुलिस आयुक्त (सीपी) कानपुर आनंद प्रकाश तिवारी ने स्पष्ट किया है कि यह कोई आतंकी साजिश नहीं थी, बल्कि पटाखों का विस्फोट था। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि विस्फोट उस समय हुआ जब एक घर में बड़ी मात्रा में पटाखे रखे गए थे।
घटना के बाद मचा हड़कंप
धमाका इतना जोरदार था कि आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर फायर ब्रिगेड और पुलिस की कई टीमें पहुंचीं। शुरुआती घंटों में इस घटना को लेकर अलग-अलग तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन अब पुलिस ने साफ किया है कि धमाके में किसी आतंकी गतिविधि के सबूत नहीं मिले हैं।
एसीपी समेत 5 पुलिसकर्मी सस्पेंड
घटना के बाद लापरवाही के आरोप में एसीपी समेत पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। सीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि पुलिस को क्षेत्र में अवैध रूप से पटाखे बनाए जाने और रखे जाने की जानकारी पहले से थी, लेकिन कार्रवाई में ढिलाई बरती गई। उन्होंने कहा — “कानपुर पुलिस किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी। जिन अधिकारियों ने समय रहते कदम नहीं उठाए, उन पर सख्त कार्रवाई की गई है।”
जांच में क्या निकला सामने
फॉरेंसिक टीम और बम निरोधक दस्ते की जांच में पता चला कि धमाका पटाखों और रॉकेट बम जैसे घरेलू विस्फोटक पदार्थों से हुआ था। यह विस्फोट रासायनिक प्रतिक्रिया के कारण हुआ, इसमें किसी बाहरी साजिश या आतंकवादी तत्व की भूमिका नहीं पाई गई।
लाइसेंस के बिना चल रहा था पटाखा गोदाम
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जिस घर में विस्फोट हुआ वहां बिना लाइसेंस के पटाखों का गोदाम चलाया जा रहा था। दीपावली से पहले बड़ी मात्रा में आतिशबाजी सामग्री इकट्ठा की गई थी। विस्फोट के समय कुछ मजदूर पैकिंग का काम कर रहे थे। हादसे में कुछ लोग घायल हुए, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सीपी ने दिए सख्त निर्देश
कानपुर पुलिस आयुक्त ने सभी थाना प्रभारियों को आदेश दिया है कि बिना लाइसेंस के पटाखा भंडारण या बिक्री करने वालों पर तत्काल कार्रवाई की जाए। साथ ही, फायर विभाग को भी निर्देश दिया गया है कि ऐसे सभी स्थलों की जांच की जाए जहां ज्वलनशील सामग्री रखी जा रही है।
अफवाहों से बचें, सतर्क रहें
पुलिस ने जनता से अपील की है कि इस घटना को लेकर किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। यह एक दुर्घटना थी, कोई आतंकी हमला नहीं।जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।