जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। सुलतानपुर में एडीआर किसी राजनीतिक दल का प्रतिनिधित्व नहीं करता। यह एक चुनाव सुधारों को लेकर कार्य करने वाली संस्था है। ये बातें एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म के नेशनल हेड रिटायर्ड मेजर जनरल अनिल वर्मा ने मंगलवार को कादीपुर के पं. राम चरित्र मिश्र महाविद्यालय के सभागार में आयोजित प्रबुद्ध जन एवं युवा संवाद कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि आज भारतीय लोकतांत्रिक प्रणाली पूरे विश्व में जानी जाती है। इसके बावजूद बाहुबली और आपराधिक प्रवृत्ति के नेताओं का चुनाव में जीतना चिंता का विषय है। इससे लोकतंत्र की नींव डगमगाती दिख रही है। हमें इस व्यवस्था के प्रति जागरूक होकर अपने मताधिकार के माध्यम से बदलने की आवश्यकता है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में यूपी इलेक्शन वाच और एडीआर यूपी के हेड संजय सिंह ने कहा कि हम देश के सभी राजनीतिक दलों व जन प्रतिनिधियों का विश्लेषण कर रिपोर्ट आपके समक्ष रखकर अपने दायित्वों की इतिश्री नहीं करते हैं। हमारा उद्देश्य है कि आप वर्तमान राजनीतिक परिदृश्यों से परिचित होकर राष्ट्र के बेहतर भविष्य के निर्माण में अपना योगदान दें।
एडीआर के प्रदेश को-आर्डिनेटर अनिल शर्मा ने कहा कि चुनाव आयोग ने मतदाताओं को 1950 टोल फ्री नंबर देकर उन्हें एक बहुत बड़ा हथियार दिया है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने कानून बनाया है कि वर्ष 2005 से जितनी भी सरकारी अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षक की नियुक्तियां होगी, उन्हें पेंशन नहीं मिलेगी, क्योंकि सरकार के पास बजट नहीं है। दूसरी तरफ आज एक उम्मीदवार चुनाव जीतकर सांसद या विधायक बन जाए तो उसे आजीवन पेंशन मिलेगी।
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