भारतीय समयानुसार, साल का दूसरा सूर्य ग्रहण आज 21 सितंबर को रात 11 बजे से शुरू होगा और 22 सितंबर को सुबह 3 बजे 23 मिनट पर समाप्त होगा। यह ग्रहण कुल 4 घंटे 24 मिनट तक रहेगा।
जुबिली स्पेशल डेस्क
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण को महत्वपूर्ण खगोलीय घटना माना जाता है। इसे धार्मिक दृष्टि से शुभ नहीं माना जाता और ग्रहण के दौरान कोई मांगलिक या शुभ कार्य नहीं किए जाते। साथ ही खाना बनाने, खाना खाने और सोने से भी परहेज किया जाता है।
इस साल कुल 4 ग्रहण होंगे – 2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण। इनमें से 3 ग्रहण पहले ही लग चुके हैं और साल का आखिरी सूर्य ग्रहण आज, 21 सितंबर को लगने जा रहा है।
सूर्य ग्रहण का समय
- प्रारंभ: 21 सितंबर रात 11 बजे
- समाप्ति: 22 सितंबर सुबह 3:23 बजे
- अवधि: 4 घंटे 24 मिनट
इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसका प्रभाव केवल ऑस्ट्रेलिया, फिजी, न्यूजीलैंड, प्रशांत महासागर और अटलांटिक महासागर में ही नजर आएगा। इसलिए भारत में इसके भौतिक या धार्मिक प्रभाव नहीं होंगे।
ज्योतिषीय दृष्टि से राशियों पर असर
- सकारात्मक असर: मेष, वृषभ, कर्क, वृश्चिक, धनु और मकर
- नकारात्मक असर: मिथुन, सिंह, कन्या, तुला, कुंभ और मीन
- सूर्य ग्रहण में क्या नहीं करना चाहिए:
- पूजा-पाठ या धार्मिक कार्य नहीं करना चाहिए
- ग्रहण के समय खाना और सोना वर्जित है
- देवी-देवताओं की मूर्तियों को न छूएं
- कैंची, चाकू और सुई का इस्तेमाल न करें
- प्रेग्नेंट महिलाओं को घर से बाहर न निकलना चाहिए
- खाने की चीजों में तुलसी के पत्ते डालें
ऐतिहासिक घटनाएं, जो ग्रहण के समय घटित हुईं
- 1962 का ग्रहण- भारत-चीन युद्ध और क्यूबा मिसाइल संकट.
- 1973 का ग्रहण- तेल संकट और योम किप्पुर युद्ध.
- 1991 का ग्रहण- सोवियत संघ का पतन.
- 2001 का ग्रहण- 9/11 हमला.
- 2008 का ग्रहण- वैश्विक वित्तीय मंदी.
- 2015 का ग्रहण- नेपाल भूकंप.
- 2019 का ग्रहण- कोरोना महामारी.
(Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और सामान्य जानकारियों पर आधारित है.Jubilee Post | जुबिली पोस्ट इसकी पुष्टि नहीं करता है.)