जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली – देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद अब नए उपराष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया तेज हो गई है। निर्वाचन आयोग ने 24 जुलाई को प्रेस रिलीज जारी कर चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत की पुष्टि की है। इसी के साथ देश के अगले उपराष्ट्रपति को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह पद एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खाते में जा सकता है, और इसके लिए सभी सहयोगी दलों ने भी सहमति जता दी है।
BJP में उम्मीदवार चुनने की हलचल, सहयोगी दलों का समर्थन
भाजपा की ओर से यह प्रयास हो रहा है कि ऐसा उम्मीदवार सामने लाया जाए जो पूरे पांच साल का कार्यकाल मजबूती से निभा सके। पार्टी कई राजनीतिक और सामाजिक कारकों को ध्यान में रखकर नाम तय करेगी। इस बार जनता दल यूनाइटेड (JDU) और तेलुगू देशम पार्टी (TDP) समेत सभी NDA सहयोगी दल भाजपा के साथ हैं।
पहले JDU के नेता रामनाथ ठाकुर का नाम चर्चा में था, लेकिन हालिया रिपोर्ट के अनुसार वह रेस से बाहर हो गए हैं। इससे अब नए चेहरों को लेकर कयास और तेज हो गए हैं।
किन नामों की हो रही है चर्चा?
उपराष्ट्रपति पद के लिए जिन दावेदारों के नाम सुर्खियों में हैं, उनमें शामिल हैं:
-
आरिफ मोहम्मद खान – केरल के पूर्व राज्यपाल
-
हरिवंश नारायण सिंह – राज्यसभा के उपसभापति और जेडीयू नेता
-
शिवराज सिंह चौहान – वर्तमान केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री
इन नेताओं की राजनीतिक साख, अनुभव और संगठनात्मक पकड़ को देखते हुए पार्टी उच्च स्तर पर विचार कर रही है।
संविधान के अनुसार जल्द होगा चुनाव
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 66 के अनुसार, यदि उपराष्ट्रपति का पद खाली होता है तो जितनी जल्दी संभव हो, चुनाव कराना जरूरी होता है। यही कारण है कि निर्वाचन आयोग ने 24 जुलाई को प्रेस रिलीज जारी कर चुनावी प्रक्रिया की शुरुआत की घोषणा कर दी है।
ध्यान देने वाली बात है कि धनखड़ का कार्यकाल 2027 तक चलने वाला था, लेकिन उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दे दिया। अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि BJP किस चेहरे को उपराष्ट्रपति पद के लिए मैदान में उतारती है।