अशोक कुमार सार्वजनिक क्षेत्र में, बिना राजनीतिकरण के विभिन्न मुद्दों पर विचार ही नहीं किया जाता या हो पाता है। यह एक गहरी जड़ें जमा चुकी प्रवृत्ति है जिसके कई कारण और परिणाम हैं। राजनीतिकरण के कारण सत्ता और प्रभाव की होड़: राजनीति का मूल ही सत्ता प्राप्त करना और …
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