जुबिली न्यूज डेस्क
कोरोना महामारी के बीच में सरकान ने मेडिकल और इंजीनियरिंग के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा NEET/JEE को आयोजित कराने का फैसला किया है, जिसका बड़े स्तर पर विरोध हो रहा है। विरोध करने वालों में सिर्फ विपक्ष ही नहीं बल्कि भाजपा सांसद भी शामिल हैं।

भाजपा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने इसको लेकर सरकार को चेताया है। स्वामी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘यदि मोदी सरकार अभी NEET/JEE की परीक्षा थोपने का फैसला करती है तो यह एक बड़ी गलती होगी।’
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उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि ‘जैसे 1976 में कांग्रेस सरकार ने नसबंदी का फैसला किया था, उसके चलते 1977 में इंदिरा गांधी की सरकार उलट-पुलट हो गई थी। उसी तरह कोरोना माहमारी में NEET/JEE की परीक्षा कराना भी एक गलती होगी।

उन्होंने कहा कि भारतीय मतदाता चुपचाप सब सहन कर लेते हैं लेकिन उनके मन में यादें लंबे समय तक रहती हैं।’
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सरकार के इस फैसले का सुब्रमणयन स्वामी के अलावा दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी , राहुल गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने भी पीएम मोदी से अपील की है कि नीट और जेईई की प्रवेश परीक्षा टाल देनी चाहिए।
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