- वोट चोरी के आरोपों पर चुनाव आयोग का पलटवार: राहुल गांधी को हलफनामा देना होगा या देश से माफी
नई दिल्ली. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के वोट चोरी संबंधी आरोपों पर चुनाव आयोग ने कड़ा जवाब दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कहा कि बिना सबूत लगाए गए आरोप बर्दाश्त नहीं होंगे।
ज्ञानेश कुमार ने कहा, “अगर कोई सोचता है कि एक पीपीटी बनाकर, जिसमें चुनाव आयोग के आंकड़े भी नहीं हैं, उस आधार पर गंभीर आरोप लगाए जा सकते हैं, तो यह गलत है। इतने संवेदनशील विषयों पर बिना हलफनामे के चुनाव आयोग कार्रवाई नहीं करेगा।”
“सात दिन में जवाब दें या माफी माँगें”
मुख्य चुनाव आयुक्त ने राहुल गांधी को दो विकल्प दिए – या तो सात दिन के भीतर हलफनामा दें, वरना देश से सार्वजनिक माफी माँगें। उन्होंने कहा, “तीसरा कोई विकल्प नहीं है। अगर हलफनामा नहीं मिला, तो यह माना जाएगा कि सभी आरोप निराधार हैं।”
उन्होंने आगे जोड़ा, “योग्य मतदाताओं का नाम किसी भी हालत में नहीं कटेगा। चुनाव आयोग हर मतदाता के साथ चट्टान की तरह खड़ा है।”
“20 साल बाद SIR, उद्देश्य है मतदाता सूची शुद्ध करना”
ज्ञानेश कुमार ने SIR (विशेष गहन पुनरीक्षण) प्रक्रिया पर भी स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने बताया कि 20 साल बाद यह अभियान चलाया जा रहा है, ताकि मतदाता सूची से मृत और फर्जी नाम हटाए जा सकें।
उन्होंने कहा, “बिहार में 22 लाख मृत मतदाता एक साथ नहीं मरे हैं। यह पिछले कई वर्षों का आंकड़ा है, जिन्हें रिकॉर्ड में दर्ज नहीं किया गया। अब यह प्रक्रिया साफ-सुथरी तरीके से चल रही है।
जब चुनाव की सभी कानूनी प्रक्रिया पूरी की गई और किसी ने याचिका तक दाखिल नहीं की, तो वोट चोरी के आरोप लगाने का कोई आधार नहीं है।”