Sunday - 7 January 2024 - 5:49 AM

…तो क्या सऊदी अरब बड़े संकट से बच गया?

न्यूज डेस्क

कोरोना महामारी और दुनिया के ज्यादातर मुल्कों की तालाबंदी ने खाड़ी देशों की हालत खराब कर दी है। दुनिया भर में तेल में भारी कमी के चलते खाड़ी देशों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है, जिसमें सऊदी अरब भी शामिल है।

कोरोना महामारी के प्रभाव से सऊदी अरब भी नहीं बच पाया है। सऊदी अरब ने कुछ दिनों पहले कहा था कि उन्हें काफी नुकसान हुआ है, लेकिन शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति  डोनॉल्ड ट्रंप और किंग सलमान के बीच फोन पर बातचीत के बाद कहा जा रहा हे कि किंग सलमान ने सऊदी अरब को बड़े नुकसान से बचा लिया है।

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व्हाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और सऊदी अरब के किंग सलमान ने 8 मई को फोन पर बात की और दोनों देशों के बीच मजबूत रक्षा साझेदारी के संकल्प को दोहराया। दोनों राष्ट्र प्रमुखों के बीच यह बातचीत तेल उत्पादन को लेकर जारी तनाव के बीच हुई है।

दोनों राष्ट्र प्रमुखों के बीच बातचीत के बाद खबर है कि अमेरिका सऊदी अरब से अपनी दो पैट्रीअट एंटी-मिसाइल बैटरी हटाने जा रहा है जो ईरान से सुरक्षा के लिए थी।

पिछले महीने राष्ट्रपति  ट्रंप ने सऊदी अरब को इस बात पर राजी किया था कि वो तेल उत्पादन में कटौती करे। कोरोना वायरस के संक्रमण की शुरुआत में सऊदी ने तेल का उत्पादन बढ़ा दिया था जिससे अमरीकी तेल कंपनियों पर काफी दबाव था।

वहीं व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जड डीर ने कहा, ”दोनों नेताओं के बीच वैश्विक ऊर्जा बाजार में स्थिरता की अहमियत को लेकर सहमति है। इसके अलावा दोनों नेताओं ने रक्षा साझेदारी की अहमियत को भी रेखांकित किया। राष्ट्रपति ट्रंप और किंग सलमान के बीच इलाके के जटिल और द्विपक्षीय मुद्दों पर भी बात हुई।”

हालांकि व्हाइट हाउस के बयान में सऊदी अरब में लगी पैट्रीअट मिसाइल का कोई जिक्र नहीं था। अमरीकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने भी शुक्रवार को इस बात की पुष्टि की थी कि अमरीका अपनी मिसाइल सऊदी अरब से हटा सकता है।

पॉम्पियो ने बाद में ये भी जोड़ा था कि इसका मतलब यह नहीं है कि अमरीका सऊदी अरब के समर्थन में कोई कमी करने जा रहा है या यह तेल के मसलों पर दबाव बनाने के लिए है।

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अमरीकी विदेश मंत्री ने ये भी कहा था कि इसका मतलब यह भी नहीं है कि ईरान पूरे इलाके में शांति और स्थिरता के लिए खतरा नहीं है। पॉम्पियो ने बेना शापिरो के रेडियो शो में कहा था, ”पैट्रीअट मिसाइल बैटरी सीमित समय के लिए लगाई गई थी। अब इसे वापस लाने की जरूरत है। यह सेना का सामान्य फैसला है।”

सऊदी अरब ने ट्रंप से फोन पर हुई बातचीत को लेकर अपने बयान में कहा है कि अमरीका ने अपने सहयोगियों के हित और सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्धता जताई है। ट्रंप ने यमन संकट में राजनीतिक समाधान की बात भी दोहराई है।

मीडिया रिपोटर्् के मुताबिक ट्रंप ने सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन-सलमान को फोन कर कहा था कि वो तेल उत्पादन में कटौती करें नहीं तो सऊदी से अमरीकी सैनिकों को वापस बुला लिया जाएगा। ट्रंप ने कहा था कि वो कांग्रेस में सऊदी के खिलाफ बिल पास होने से नहीं रोक पाएंगे।

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