स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शिवपाल यादव अपनी पकड़ बनाने के लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं। इतना ही नहीं चाचा और भतीजे की रार बरसों से चली आ रही है लेकिन अब शायद दोनों के बीच की दूरियां कम होती नजर आ रही है।
शिवपाल ने एक बार फिर साफ किया है कि वह सपा के साथ गठबंधन कर सकते हैं लेकिन उनके साथ विलय करने का कोई सवाल नहीं है। 2019 चुनाव में शिवपाल यादव ने अकेले चुनाव लड़ा था लेकिन उनकी पार्टी कोई भी उम्मीदवार जीत हासिल नहीं कर सका।
अब ऐसे में अगले विधान सभा चुनाव में सपा भी अभी से पूरा जोर लगा रही है लेकिन शिवपाल यादव चाहते हैं कि सपा के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन हो जिससे बीजेपी का रास्ता रोका जाये। जानकार मान रहे हैं कि शिवपाल यादव की जितनी भी ताकत यूपी में बढ़ेगी उससे आने वाले समय में अखिलेश यादव की पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
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