– सपा से अलग होकर नगर निकाय और महापौर चुनाव लड़ेगी प्रसपा
– राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोट देंगे प्रसपा मुखिया शिवपाल
लखनऊ: बीते विधानसभा चुनाव में कई छोटे दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़े अखिलेश के लिए चुनाव के बाद परेशानियां कम नहीं हो रही हैं. पहले चाचा शिवपाल यादव नाराज हुए. फिर आजम खान के नाराज होने की खबरें महीनों चलती रहीं. इसके बाद राज्यसभा चुनाव के बाद गठबंधन की साथी महान दल ने साथ छोड़ दिया. और रामपुर तथा आजमगढ़ लोकसभा सीट पर हुए उपचुनावों में सपा उम्मीदवारों की हार के बाद सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर सपा मुखिया से खफा हो गए. सपा और सुभासपा नेताओं की नाराजगी अभी खत्म नहीं हुई थी कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी प्रसपा के मुखिया शिवपाल सिंह यादव ने यूपी में नगर निकाय और महापौर चुनाव अखिलेश यादव की सपा से अलग होकर लड़ने का ऐलान कर दिया है.

यानी की निकाय चुनावों में शिवपाल सिंह यादव अब अखिलेश यादव को चुनौती देंगे. और उत्तर प्रदेश में आगामी नवंबर में होने वाले महापौर एवं नगर निकायों के चुनाव में मैदान में वह अपने उम्मीदवार उतारेंगे। शिवपाल यादव ने कहा है कि सपा मुखिया अखिलेश यादव की उपेक्षा के कारण वह जल्द ही पूरे प्रदेश में अपनी प्रगतिशील समाज पार्टी के संगठन को सक्रिय कर सूबे में होने वाले महापौर एवं नगर निकायों के चुनाव में मैदान में सपा के प्रत्याशियों के खिलाफ प्रसपा के उम्मीदवार खड़ा करेंगे.
यह दावा करते हुए शिवपाल सिंह यादव ने यह संकेत भी दे दिया कि अब वह सपा में लौटकर नहीं जाएंगे. अब वह प्रसपा को मजबूत करेंगे और सपा मुखिया अखिलेश यादव के खिलाफ सियासी लड़ाई लड़ेंगे. शिवपाल का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उन्हें मनाने घर पर आए थे. और साथ मिलकर चुनाव लड़ने एवं भविष्य में सम्मान देने की बात कहकर हमें राजी किया था. अखिलेश यादव की बात में आकर हमने सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा. हमारे चुनाव जीतने के बाद भी अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव में उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं सौंपी. पार्टी के किसी बैठक में नहीं बुलाया. ऐसे में अब आगामी नवंबर में होने वाले उत्तर प्रदेश के नगर निकाय चुनाव में प्रसपा अपने उम्मीदवार खड़ा करेंगी.
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शिवपाल का कहना है कि जल्द ही प्रसपा के संगठन को वह दोबारा खड़ा कर लेंगे और कई अन्य छोटे दल भी उनके साथ आएंगे.यह छोटे दल कौन है? इसका उन्होंने खुलासा नहीं किया. यह जरुर कहा की जल्दी ही सबको इन दलों के बारे में पता चल जाएगा. शिवपाल ने राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोट देने का बात भी कही है. शिवपाल के अनुसार सपा मुखिया अखिलेश यादव उनसे कभी राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए वोट नहीं मांगा ना ही उन्हें मीटिंग में बुलाया गया. एनडीए ने उन्हें भोज पर बुलाया और वोट मांगा तो उन्होंने समर्थन देने की हामी भर दी. अब अपने वादे से वह नहीं मुकरेंगे.
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