जुबिली न्यूज डेस्क
मुंबई | टाटा ग्रुप की प्रमुख रिटेल कंपनी ट्रेंट लिमिटेड के शेयरों में शुक्रवार को भारी गिरावट देखने को मिली। बीएसई पर कंपनी के शेयर 8.62% टूटकर 5,653 रुपये तक पहुंच गए, जबकि पिछला क्लोजिंग प्राइस 6,186.40 रुपये था। इस गिरावट के साथ ट्रेंट का मार्केट कैप घटकर 2.04 लाख करोड़ रुपये पर आ गया।
शेयरों में यह गिरावट कंपनी की एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) के बाद आई है, जिसमें मैनेजमेंट ने आने वाली तिमाहियों में राजस्व वृद्धि में सुस्ती की चेतावनी दी।
ग्रोथ वॉर्निंग ने गिराया भरोसा
ट्रेंट की AGM में बताया गया कि FY2026 की पहली तिमाही में फैशन बिजनेस में सिर्फ 20% ग्रोथ का अनुमान है, जो कि बीते 5 वर्षों के औसतन 35% CAGR से काफी कम है। हालांकि, कंपनी ने भविष्य में फिर से 25%+ CAGR ग्रोथ की उम्मीद जताई है।
ब्रोकरेज फर्मों की रेटिंग में बदलाव
AGM के बाद ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने FY26 और FY27 के लिए रेवेन्यू ग्रोथ अनुमान में क्रमशः 5% और 6% की कटौती की है। वहीं EBITDA अनुमान में भी 9% और 12% की गिरावट की गई।
नुवामा ने शेयर का टारगेट प्राइस 6,627 रुपये से घटाकर 5,884 रुपये कर दिया है और अपनी रेटिंग ‘Buy’ से घटाकर ‘Hold’ कर दी है।
कुछ ब्रोकरेज को अभी भी भरोसा
दूसरी ओर, ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने ट्रेंट लिमिटेड पर अपनी ‘Overweight’ रेटिंग बरकरार रखी है। उन्होंने शेयर का टारगेट प्राइस 6,359 रुपये तय किया है और अनुमान लगाया है कि कंपनी 25–30% CAGR की दर से ग्रोथ कर सकती है।
ट्रेंट को कवर करने वाले 25 विश्लेषकों में:
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18 एनालिस्ट ने ‘Buy’
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4 ने ‘Hold’
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3 ने ‘Sell’ की रेटिंग दी है।
निवेशकों के लिए क्या संकेत?
AGM में पेश किए गए कंसर्न और ब्रोकरेज रेटिंग में कटौती से शेयर में शॉर्ट टर्म वोलाटिलिटी बनी रह सकती है। हालांकि, कुछ ब्रोकरेज अब भी लॉन्ग टर्म ग्रोथ स्टोरी पर भरोसा जता रहे हैं। निवेशकों को अगली तिमाही के नतीजों और मैनेजमेंट की नई रणनीति पर नजर बनाए रखनी चाहिए।