न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोगों के बातचीत कर सुलह का रास्ता निकालने के लिए वार्ताकार लगातार प्रयासरत हैं।
सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त वार्ताकार वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े और वकील साधना रामचंद्रन शाहीन बाग पहुंचे तो प्रदर्शनकारी मार्ग खोलने को तो तैयार हुए, लेकिन पुलिस के प्रति अविश्वास भी जताया।
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वार्ताकार वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े और वकील साधना रामचंद्रन शुक्रवार की शाम साढ़े छह बजे प्रदर्शनकारियों से बात करने के लिए पहुंचे। इस दौरान वार्ताकार साधना रामचंद्रन ने जब उनसे इलाके के दो प्रमुख मार्गों को बंद करने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि एक मार्ग पर हम धरने पर हैं, जबकि दूसरा मार्ग पुलिस ने बंद किया है।
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इस पर वार्ताकार ने दिल्ली पुलिस से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि रास्ते को प्रदर्शनकारियों ने बंद कर रखा है, हम तो हालात बिगड़े ना, इसलिए यहां हैं।
मार्ग को खुलवाने को लेकर जब वार्ताकार ने प्रदर्शनकारियों से मार्गों को खोलने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि अगर पुलिस हमारी सुरक्षा का गारंटी ले तो वे रास्ता खोल सकते हैं।
प्रदर्शनकारियों की मांग को दिल्ली पुलिस ने स्वीकार करते हुए बेहतर सुरक्षा मुहैया कराने का वादा किया। हालांकि इतनी बातचीत के बाद भी प्रदर्शनकारी यह कहते हुए मार्ग से हटने को तैयार नहीं हुए कि उन्हें पुलिस पर भरोसा नहीं है। उनका कहना है कि दिल्ली पुलिस लिखित में सुरक्षा का वादा करे।
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