साई लखनऊ की पैरा ताइक्वांडो खिलाड़ी अरुणा तंवर अपने दूसरे पैरालंपिक के लिए तैयार
जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। पैरा एशियन गेम्स की कांस्य पदक विजेता ताइक्वांडो खिलाड़ी अरुणा तंवर ने रविवार को तब इतिहास रच दिया जब उसने पेरिस पैरालंपिक का टिकट हासिल कर लिया।
भारतीय खेल प्राधिकरण (क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ) साई लखनऊ में ताइक्वांडो एनसीओई की प्रशिक्षु अरुंणा तंवर ने चीन में आयोजित पेरिस ओलंपिक 2024 व पैरालंपिक-2024 के क्वालीफिकेशन राउंड में भारतीय टीम की ओर से पैरा ताइक्वांडो के अंडर-47 किग्रा में हिस्सा लेते हुए सफलता हासिल की।
अपने लगातार दूसरे ओलंपिक में दम दिखाने को तैयार अरुणा तंवर ने इससे पहले टोक्यो पैरालंपिक-2020 में भारत का प्रतिनिधत्व किया था और वहां वह अंतिम आठ तक पहुंची थी।
अरुणा तंवर ने तब सनसनी फैला दी थी जब उसने चीन के हांगझाऊ में आयोजित पैरा एशियन गेम्स-2023 में पैरा ताइक्वांडो में महिला के-44 क्योरगी के अंडर-47 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीता था।
वहीं पिछले साल ही अरुणा तंवर ने ओशनिया पैरा ताईक्वांडो चैंपियनशिप, ऑस्ट्रेलियन ओपन पैरा ताइक्वांडो चैंपियनशिप एवं प्रेसिडेंट कप 2023 में लगातार तीन स्वर्ण पदक जीतते हुए गोल्डन हैट-ट्रिक जड़ी थी व इजिप्ट ओपन पैरा ताइक्वांडो चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था।
लगातार पांच बार नेशनल और सात बार स्टेट लेवल चैंपियन रही अरुणा कोरिया किमांग कप इंटरनेशनल पैरा ताइक्वांडो चैंपियनशिप 2018 में स्वर्ण पदक, फोर्थ ताइक्वांडो चैंपियनशिप वियतनाम में 2021 में रजत और एशियन रीजन प्रेसिडेंट कप 2019 में रजत पदक विजेता रही है।
हरियाणा के भिवानी जिले के गांव डिनोद में नरेश कुमार व सोनिया देवी की संतान अरुणा के पिता वर्तमान में अपने गांव में जीवन-यापन के लिए खेती करते है (पूर्व में ड्राइवर)।
अरुणा तंवर साई एनसीओई लखनऊ में कोच संध्या भारती से पिछले दो साल से प्रशिक्षण ले रही है। रिपोर्ट के अनुसार अरुणा के हाथों की लंबाई सामान्य हाथों से काफी कम है। हाथ में सिर्फ दो ही अंगूली हैं।
वह भिवानी के सरकारी स्कूल में कक्षा सात में पढ़ रही थी तब स्कूल में आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाते थे। वहां से उसको ताइक्वांडो की लगन लगी और फिर उसने 2017 में रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) में अशोक तंवर से प्रशिक्षण लेना शुरू किया।

इस बारे में साई लखनऊ के प्रभारी क्षेत्रीय निदेशक आत्म प्रकाश ने बताया कि अरुणा तंवर काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ी है और उसने टोक्यो ओलंपिक के बाद लगातार अपने प्रदर्शन में सुधार किया है।
उन्होंने अरुणा तंवर को पैरालंपिक का टिकट मिलने पर बधाई देते हुए कहा कि अरुणा ने पैरा एशियन गेम्स में कांस्य जीता था और मुझे पूरा विश्वास है कि वह पेरिस में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए देश का परचम लहराएगी।
वहीं अरुणा की उपलब्धि पर दीपक पंत (हाई परफार्मेंस मैनेजर, खेलो इंडिया-ताइक्वांडो, भारतीय खेल प्राधिकरण ने भी खुशी जताते हुए इस खिलाड़ी के उज्जवल भविष्य की कामना की।
दूसरी ओर क्वालीफिकेशन राउंड में चुनौती पेश करने वाली साई एनसीओई के अन्य खिलाड़ियों को निराशा हाथ लगी। पैरा ताइक्वांडो श्रेणी में पैरा कैटेगिरी में मुस्कान (अंडर-52 किग्रा) को फाइनल में हार मिली। वहीं सद्दाम हुसैन (अंडर-63 किग्रा) पहले राउंड में हार गए।
इसके अलावा पेरिस ओलंपिक के क्वालीफिकेशन राउंड में सानिया खान (अंडर-57 किग्रा) का सफर भी पहले राउंड में हार से खत्म हो गया।
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
