न्यूज डेस्क
देश की मोदी सरकार के जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को हटाने और राज्य का विभाजन करने से पाकिस्तान बुरी तरह से बौखलाया हुआ है। अपनी इस बौखलाहट को के चलते वह दुनिया भर से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग कर रहा है लेकिन उसे हर तरफ से निराशा के अलावा और कुछ हाथ नहीं लग रहा।
दुनिया के बड़े देश अमेरिका, चीन और रूस भी उसकी कोई मदद नहीं कर रहे हैं इसी के चलते पाकिस्तान अपने नापाक मंसूबों को लगातार अपने बयानों से ज़ाहिर कर रहा है। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ी चेतावनी देते हुए कहा था कि था कि हिंदुस्तान हालात के हिसाब से परमाणु हथियारों को लेकर अपनी पॉलिसी बदल सकता है। अब पाकिस्तान के विदेश मंत्री और वहां के सेना की ओर से राजनाथ सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की गई है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने नेहरू के इंडिया को खाक कर दिया. भारत की नीति ‘डोभाल सिद्धांत’ के इर्द-गिर्द घूम रही है।

वहीं, पाकिस्तानी सेना के मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा कि कल राजनाथ सिंह ने एक बयान दिया। हम मानते हैं कि पारंपरिक युद्ध के लिए कोई जगह नहीं है। लेकिन जिस तरह से भारत आगे बढ़ रहा है, तो हम भी विकल्प को नजरअंदाज नहीं कर सकते।
मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा कि कश्मीर एक न्यूक्लियर प्वॉइंट है। वहीं दुनिया को भारत के रक्षा मंत्री की ओर से परमाणु हथियार के प्रयोग वाले बयान पर गौर करने की जरूरत है।
जम्मू-कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की ओर से बनाई गई कश्मीर कमेटी की शनिवार को पहली बैठक हुई। इस कमेटी में सात सदस्य हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस कमेटी को बीते छह अगस्त को बनाया था, जब मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में लागू अनुच्छेद 370 के अहम प्रावधानों को हटाने का निर्णय लिया था।
कमेटी की बैठक पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी की अध्यक्षता में हुई। कमेटी के अन्य सदस्यों में आईएसआई हेड जनरल फैज हमीद लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद, मेजर जनरल आसिफ गफूर, कानून मत्री नसीम, प्रधानमंत्री इमरान खान के विशेष सलाहकार फिरदौस आशिक , अटॉर्नी जनरल अनवर मंसूर खान शामिल हैं।
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