जुबिली न्यूज डेस्क
मालीगांव (असम): असम के मालीगांव इलाके में एक बड़ा रेल हादसा उस समय टल गया, जब सैरांग–नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस रेलवे ट्रैक पर आ गए हाथियों से टकरा गई। इस टक्कर में ट्रेन का इंजन और पांच डिब्बे पटरी से उतर गए। राहत की बात यह रही कि इस दुर्घटना में किसी भी यात्री की जान नहीं गई और न ही कोई घायल हुआ, हालांकि इस हादसे में 8 हाथियों की मौत हो गई।

समय पर इमरजेंसी ब्रेक से टला बड़ा हादसा
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, लोको पायलट ने हाथियों को ट्रैक पर देखकर समय रहते इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए, जिससे बड़ा नुकसान होने से बच गया। ट्रेन में सवार सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान की गई।
रेलवे ने शुरू किया राहत और बहाली कार्य
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिनजल किशोर शर्मा ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही दुर्घटना राहत ट्रेनें और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। क्षतिग्रस्त डिब्बों को हटाने और पटरी की मरम्मत का काम तेजी से किया जा रहा है ताकि रेल यातायात जल्द से जल्द सामान्य हो सके।
हाथी कॉरिडोर में बार-बार हो रही घटनाएं
जिस स्थान पर यह हादसा हुआ, वह क्षेत्र पहले से ही हाथी कॉरिडोर के रूप में जाना जाता है। यहां जंगली हाथियों की आवाजाही आम है। इससे पहले भी इस रेलखंड पर वन्यजीवों और ट्रेनों की टक्कर की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिससे वन्यजीव संरक्षण और रेलवे सुरक्षा को लेकर सवाल उठते रहे हैं।
कुछ समय के लिए प्रभावित हुआ रेल संचालन
हादसे के बाद जमुनामुख–कामपुर रेलखंड पर रेल परिचालन अस्थायी रूप से प्रभावित हुआ। रेलवे प्रशासन वैकल्पिक मार्गों से ट्रेनों के संचालन और यात्रियों को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने में जुटा हुआ है। स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
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