जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. सरकार के साथ लगातार बातचीत के बावजूद कोई हल न निकलता देखकर किसानों ने अपने आन्दोलन को और धार देने का फैसला किया है. 13 दिसम्बर को राजस्थान के किसान अपने बिस्तर और राशन के साथ दिल्ली कूच करने की तैयारी कर चुके हैं.
किसानों का साथ देने के लिए मजदूर और व्यापारिक संगठन भी अब आन्दोलन में सक्रिय होने की तैयारी कर चुके हैं. किसानों ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है. बताया जाता है कि राजस्थान से दिल्ली के लिए कूच करने वाले किसानों को जिस स्थान पर भी रोकने की कोशिश की जायेगी किसान उसी जगह को अपना पड़ाव मान लेंगे और धीरे-धीरे उस पड़ाव को महापड़ाव में बदल दिया जाएगा.

किसानों ने तय किया है कि 14 दिसम्बर को पूरे देश में धरना प्रदर्शन कर कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध किया जाएगा. किसानों ने कहा है कि बीजेपी कृषि कानूनों को लेकर भ्रम फैलाने का काम कर रही है.
किसान नेताओं ने बताया कि हमारी आगे की रणनीति में बीजेपी नेताओं के घरों का घेराव भी शामिल है. किसान नेता डॉ. संजय माधव ने कहा कि शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों में मोदी सरकार और आरएसएस के झूठ का पर्दाफ़ाश किया जाएगा.
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किसान नेताओं ने बताया कि किसान आन्दोलन में देश के पांच सौ से ज्यादा संगठन शामिल हो चुके हैं. यह सभी संगठन केन्द्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर रहे हैं. किसान आने वाले दिनों में दिल्ली जयपुर हाइवे को भी जाम कर सकते हैं.
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