जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। लोकसभा चुनाव बेहद करीब है। ऐसे में राहुल गांधी लगाातर जनता के बीच जा रहे हैं और उनकी भारत जोड़ो न्याय यात्रा भी इसी को ध्यान में रखकर चल रही है।
दूसरी तरफ पीएम मोदी तीसरी बार सत्ता में लौटने का सपना देख रहे हैं। दरअसल राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के सहारे मोदी को टक्कर देने की कोशिशों में जुटे हुए जबकि बीजेपी एक बार फिर राम मंदिर के सहारे एक बार फिर लोकसभा चुनाव में उतरने की रणनीति पर काम कर रही है।
उधर राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार को इस मामले पर घेर रहे हैं। राहुल गांधी के अनुसार सियासी फायदे के लिए इस पूरे कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने साफ कर दिया है कि वो इस कार्यक्रम में नहीं जा रहे हैं। उन्होंने इसके पीछे की असली वजह भी मीडिया के सामने रखी है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 22 जनवरी 2024 को उत्तर प्रदेश (यूपी) के अयोध्या में होने वाले इस कार्यक्रम को पूरी तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सियासी कार्यक्रम बना दिया है।
नॉर्थ ईस्ट के सूबे नगालैंड के कोहिमा में मंगलवार (16 जनवरी, 2024) को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केरल के वायनाड से कांग्रेस सांसद ने मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि राम मंदिर के उद्घाटन संबंधी कार्यक्रम को लेकर हिंदू धर्म के अहम लोगों ने भी सवाल दागे हैं कि 22 तारीख का कार्यक्रम चुनावी हो गया है।
ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष ने नहीं जाने का फैसला लिया है. हम सभी धर्मों का सम्मान करते है। हालांकि, हमारी पार्टी और गठबंधन में से जो लोग भी वहां जाना चाहे जा सकते हैं।
इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान वह अयोध्या नहीं जाएंगे। वह इस बाबत बोले-मैं यात्रा के रूट पर रहूंगा। फिलहाल अयोध्या न्याय यात्रा के रूट में नहीं है।
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